विशेष

दुनिया की पहली इंसानी ”बस्ती” है ये?

पार्सटुडे – ईरान के सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन और हस्तशिल्प मंत्री ने “ख़ुर्रमाबाद घाटी के प्रागैतिहासिक स्थलों” के विश्व विरासत में पंजीकरण को वैश्विक संस्कृति के लिए एक ऐतिहासिक घटना बताया।

यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में ‘खुर्रमाबाद घाटी के प्रागैतिहासिक स्थलों’ के पंजीकरण के बाद ईरान के सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन और हस्तशिल्प मंत्री सैयद रज़ा सालेही-अमीरी ने शुक्रवार शाम एक साक्षात्कार में इस उपलब्धि को “ईरान की सांस्कृतिक कूटनीति में मील का पत्थर” और “इस भूमि की विशाल सभ्यतागत क्षमता का प्रतिबिंब” क़रार दिया।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने इस विश्व विरासत पंजीकरण के महत्व को स्पष्ट करते हुए कहा: “ख़ुर्रमाबाद घाटी, यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल ईरान का 29वाँ स्थल है। उन्होंने कहा: शोध आँकड़ों और अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणित प्रयोगशालाओं की उन्नत विश्लेषण तकनीकों के आधार पर, ईरान की खुर्रमाबाद घाटी को मानव सभ्यता का विश्व की पहली प्रमाणित बस्ती घोषित किया गया है। इस क्षेत्र की ऐतिहासिक प्रामाणिकता लगभग 65 हज़ार साल पुरानी है।

सालेही अमीरी ने स्पष्ट किया: यूनेस्को की वैश्विक धरोहर समिति के सम्मेलन निदेशक ने इस मामले की समीक्षा प्रक्रिया के दौरान तीन बार इस बात पर ज़ोर दिया कि अब तक दुनिया के किसी भी देश में इतनी प्राचीनतम और वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित मानव बस्ती की पहचान और प्रमाणीकरण नहीं हुआ है।

इसलिए, यह पंजीकरण न केवल ईरान के लिए, बल्कि पूरी इंसानियत और वैश्विक स्मृति के लिए एक अभूतपूर्व और असाधारण घटना मानी जाती है।

यूनेस्को की वेबसाइट की एक तस्वीर जिसमें खुर्रमाबाद घाटी नज़र आ रही है

ईरान के ऐतिहासिक धरोहरों की विशालता और विविधता की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा: ईरान मानव सभ्यता की एक अद्वितीय विरासत का संरक्षक है।

हालिया वर्षों में शुरू की गई निरंतर प्रक्रिया के साथ, हम अनुमान लगाते हैं कि अगले 50 वर्षों में हर साल यूनेस्को को एक या अधिक नए प्रस्ताव प्रस्तुत और पंजीकृत किए जाएंगे।

सालेही-अमीरी ने ज़ोर देकर कहा: ख़ुर्रमाबाद घाटी का वैश्विक पंजीकरण ईरानी सभ्यता की प्रामाणिकता और गहराई का प्रमाण है और विश्व के साथ सभ्यतागत संवाद की दिशा में एक बड़ा कदम है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *