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मैं बूढ़ी यहां सारा घर का काम करती रहती हूँ और तुम…..!!!
रात के साढ़े बारह बजे दरवाजा खुलने की आवाज सुनकर बुजुर्ग उषाजी ने उसी ओर देखा तो सामने बेटा सुमित और बहू नेहा अंदर की ओर आ रहे थे। ये क्या लगा रखा है तुम दोनों ने! हर रोज देर रात को पार्टी में से लौटना! मैं बूढ़ी यहां सारा घर का काम करती रहती […]
आज जो सितारा चाँद के क़रीब आकर उसकी खूबसूरत बढ़ा रहा कल कहीं लापता हो जाए…
पन्ने मन के =============== फिर तेरी याद चली आई…… सुनो ! आज मन है कुछ कहने का तुम सुनोगे न मेरा मन..? बिल्कुल! कौन सा तूफ़ा लिए बैठी हो आज इन मंदिर की सीढ़ियों पर…कहो क्या कहना है ?( उत्सुकता से) बस यूँ ही !कुछ बेतुके से सवाल ,इस चाँद और सितारे को देखकर। अच्छा […]
उसके ससुर ने उसकी जेठानी को….ये काजल है लिपस्टिक न समझ लेना…
“अरी कर्मजली ! कहाँ मर गई ? सो गई क्या ? तुझे पता नहीं तेरी लल्ला के उठने का टाइम हो गया है। ढूध लेकर आ।अभी तक चाय नहीं बनी। चूल्हे ने पकड़ लिया क्या ?” चाची की आवाज़ सुनकर ग्लास में चाय डालती छवि के हाथ हल्के से कांपे चाय उसके हाथ पर […]