देश में चुनाव हों और उसमे कुछ ख़ास मुद्दे, ख़ास तरह की धमकियाँ देखने को न मिलें ऐसा होना संभव नहीं, 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले दिल्ली में भयानक सांप्रदायिक दंगे हुए थे, गृहमंत्री ने कहा था कि दंगों के समय 300 से ज़्यादा दंगाई दिल्ली के बाहर से दिल्ली आये थे, मगर वो कौन दंगाई थे जिनका ज़िक्र गृहमंत्री ने किया था कभी खुलासा नहीं हुआ, जब चुनाव हुए तब ख़बरें आयी थीं कि पाकिस्तानी आतंकी दिल्ली में घुस आये हैं उनकी संख्या भी तब मीडिया ने बता दी थी, चुनाव होने के बाद वो आतंकी कहाँ चले गए का पता कभी किसी ने नहीं बताया
हम ये नहीं कह रहे हैं कि जो धमकियाँ आती हैं वो अफ़वाह होती हैं, बहुत बार ऐसी जानकारियां सही भी होती हैं लेकिन जो देखने को मिलता रहा है वो यही कि नया साल, त्योहारों के मौक़े पर, देश के अहम् पर्वों के मौकों पर, चुनावों के समय, अक्सर धमकी भरे पत्र, कॉल, मेल आदि आते रहते थे, सवाल यही है कि ये ‘दहशत’ फैलाने के पीछे होता कौन था? सब जानते हैं वो कौन सी शक्तियां हैं मगर बोलते नहीं, जानते हैं कि जो बोलेगा उसका हाल ”हरेन पंडिया” जैसा भी हो सकता है.
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में बम होने के धमकी भरे मेल के बाद अब आईजीआई एयरपोर्ट और दिल्ली के आठ अस्पतालों में विस्फोटक प्लांट करने का धमकी भरा मेल मिला। इसके बाद रविवार को इन जगहों पर काफी अफरातफरी मच गई। ईमेल बुराड़ी अस्पताल, संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, बारा हिंदू राव अस्पताल, जनकपुरी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, दीन दयाल उपाध्याय, डाबरी का दादा देव अस्पताल और अरुणा आसफ अली सरकारी अस्पताल को भेजे गए।
बम की खबर से सतर्क दिल्ली पुलिस ने सभी जगहों पर तलाशी अभियान चलाए लेकिन कहीं से भी कोई संदिग्ध चीज बरामद नहीं हुई। हालांकि अस्पतालों में बम की सूचना से मरीजों और डॉक्टरों में अफरातफरी देखी गई। जांच के बाद जब कुछ नहीं मिला तो अस्पताल प्रशासन ने राहत की सांस ली।
साइप्रस से आई धमकी
अस्पतालों व एयरपोर्ट पर विस्फोटक प्लांट करने के मेल यूरोपीयन देश साइप्रस द्वीप से किए गए हैं। धमकी भरे मेल बीबल डॉट कॉम से की हैं। पुलिस अधिकारी मान रहे हैं कि स्कूलों में धमकी भरे मेल भेजने के लिए जिस तरह वीपीएन नंबर का इस्तेमाल किया गया है उसी तरह अस्पताल व एयरपोर्ट पर भी धमकी भरे मेल भेजने के लिए वीपीएन नंबर का इस्तेमाल गया है। पुलिस अभी तक स्कूलों में किसी मेल आईडी से धमकी भरे मेल भेजे गए हैं उसका पता नहीं लगा पाई है।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि शुरूआती जांच में ये बात सामने आई है कि अस्पताल व एयरपोर्ट पर विस्फोटक प्लांट करने का मेल सभी जगह एक साथ भेजा गया है। जबकि दिल्ली व एनसीआर के स्कूलों में धमकी भरे मेल एक-एक करके भेजे गए। स्कूलों में धमकी भरे मेल रसिया से सवारीइममेल डॉट आरयू से भेजे गए थे। जबकि रविवार को धमकी भरे मेल बीबल डॉट कॉम से भेजे गए हैं। पुलिस अधिकारियों को शुरूआती जांच के बाद लग रहा है कि इस बार भी धमकी भरे मेल भेजने के लिए वीपीएन नंबर का इस्तेमाल किया गया है। वीपीएन नंबर से मेल की आईपी एड्रेस छिप जाता है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार बीबल डॉट कॉम भी साइप्रस का एक प्राइवेट कंपनी है। यहां से मेल आईडी बनाने पर किसी तरह का वेरीफिकिशन आदि नहीं होता है। मेल डॉट आरयू भी इस तरह की प्राइवेट कंपनी है। यहां पर भी वेरीफिकेशनआदि कुछ नहीं होता। पुलिस की जांच में पता चला कि एक ही ईमेल आईडी से करीब 3 बजे सभी को धमकी भरे मेल भेज गए हैं। वहीं ईमेल की जानकारी मिलते ही दोनों ही अस्पतालों और एयरपोर्ट में पुलिस मौके पर पहुंच गई है, पुलिस ने सर्च ऑपरेशन चालू कर दिया है, लोगों को अस्पताल से बाहर निकाला जा रहा है, इसके साथ ही अस्पताल के अंदर और बाहर सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह सख्त कर दी गई है।
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