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वह अपना सामान लेकर अंदर आ गयी फिर
Pratilipi Hindi ========== कामना ने एक छोटे किंतु खूबसूरत घर का दरवाजा खटखटाया, एक औरत खोलते हुए बोली, “जी, कहिये!”” क्या मैं एक पेइंग गेस्ट के तौर पर रह सकती हूँ?” ” अकेली हो!” औरत ने पूछा।” हाँ पढ़ने आयी हूँ, कॉलेज यहां से पास पड़ेगा इसलिए!”औरत उसे ऊपर से नीचे तक देखते हुए बोली, […]
‘चाय तो पीऊंगी…लेकिन यहां नहीं…कभी मेरे घर आइए, वहीं पीएंगे’
Harish Yadav ============ शीला का अंग अंग दुख रहा था. ऐसा लग रहा था कि वह उठ ही नहीं पाएगी. बेरहमों ने कीमत से कई गुना ज्यादा वसूल लिया था उस से. वह तो एक के साथ आई थी, पर उस ने अपने एक और साथी को बुला लिया था. फिर वे दोनों टूट पड़े […]
रिटायर सरकारी अफ़सर की शक्ल फूफा जैसी निकल आती है
मुकेश नेमा ============== फूफा होना रिटायर होना है और रिटायर सरकारी अफ़सर की शक्ल फूफा जैसी निकल आती है ! अफ़सरी जाते ही ,सारी रौनक़ों के साथ साथ सरकारी कार बंगला ,संतरी भी विदा ले लेते हैं।पूरी श्रद्धा से हाँ में मुंडी हिलाने वाले ,जी सर कहने वाले विलुप्त हो जाते है।इसी तरह जब भी […]