नई दिल्ली । दादरी मामले को आठ महीने बीत जाने के बाद मथुरा फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट आने के बाद गोरखपुर से भाजपा सांसद योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में गिरफ्तार 18 लोगों की रिहाई की मांग की है।
सांसद आदित्यनाथ ने मांग की है कि अखलाक के परिवार को दिया गया मुआवजा और फ्लैट वापस लिया जाए। आदित्यनाथ ने इस मामले को लेकर यूपी की सपा सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इस जांच रिपोर्ट ने सेकुलरिज्म और विपक्षी दलों को नंगा कर दिया है।
गौरतलब है कि नोएडा के दादरी के बिसाहड़ा गांव 28 सितंबर की रात मोहम्मद अखलाक के घर में गााय का मांस होने की अफवाह पर उनकी हत्या कर दी गई थी। हमले में अखलाक के पुत्र दानिश को भी जमकर पीटा गया था, जिसके बाद उसको गंभीर हालत में कैलाश हास्पिटल में भर्ती कराया गया था ।
दादरी पुलिस ने अख़लाक़ के फ्रिज से बरामद मांस को स्थानीय लैब में जांच के लिए भेजा था जिसकी रिपोर्ट में बताया गया था कि फ्रिज में रखा मांस गौ मांस नहीं बल्कि बकरे का मीट था । बाद में मथुरा स्थित लैब से फोरेंसिक रिपोर्ट मंगवाई गई जिसकी रिपोर्ट में अख़लाक़ के यहाँ से बरामद मांस को गौ मांस बताया गया है ।
फिलहाल दादरी और मथुरा की रिपोर्ट पर संशय बना हुआ है , इन रिपोर्ट में कौन सी रिपोर्ट सही है ये एक बड़ा सवाल है ? आखिर दादरी की लैब में जांच में पाया गया बकरे का मीट मथुरा लैब की रिपोर्ट में गौमांस कैसे हो गया ?