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#कहानी- स्टेशन जो छूट गया
राधा रात के लगभग दस बजे दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर खड़ी थी. उसकी हालत कुछ ठीक नहीं थी. वह भीड़ में अपना चेहरा छिपाकर रो रही थी. सामान के नाम पर उसके पास सिर्फ उसका पर्स था. वह बार-बार अपना फोन चेक कर रही थी, मानो जैसे चाहती हो कि फोन पर ही सही […]
वो देंगे आदेश हमेशा, हम केवल अनुरोध करेंगे?…By-सोनरूपा
Sonroopa Vishal ============ मन ही मन जब क्रोध करेंगे, फिर कैसे प्रतिरोध करेंगे. लोग निरर्थक भाग रहे हैं, थक कर शायद बोध करेंगे. वो देंगे आदेश हमेशा, हम केवल अनुरोध करेंगे? जीवन जीना क्या होता है? अंतिम क्षण तक शोध करेंगे. जीवन से निस्पृह रहने में, सुख, वैभव अवरोध करेंगे. जिनको अवगुण ही दिखते हों, […]
मायके की गली…BY-रश्मि प्रकाश
“लो फिर तुम यहाँ बैठ कर आँसू बहा रही हो… अब क्या हुआ..अच्छी भली सबके साथ बैठ कर गप्पें मार रही थी अचानक उठ कर यहाँ आकर रोना चालू।” पति मयंक की बात सुन ऋषिका और जोर जोर से रोने लगी “ आप नहीं समझेंगे।” कहते हुए ऋषिका अपने आँसू पोंछ कर वापस से हॉल […]