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दक्षिण अफ़्रीका : ज़हरीली नाइट्रेट गैस के रिसाव से 16 लोगों की मौत!

जिस सिलेंडर से रिसाव हुआ था, उसका इस्तेमाल अवैध खनन करने वाले सोने की गंदगी और पत्थर अलग करने के लिए कर रहे थे.

दक्षिण अफ़्रीका के जोहानेसबर्ग में पुलिस और स्थानीय अधिकारियों के मुताबिक जहरीली नाइट्रेट के रिसाव से करीब 16 लोगों की मौत हो गई. मरने वालों में तीन बच्चे भी शामिल हैं. पुलिस ने कहा कि मारे गए बच्चों की उम्र 1, 6 और 15 साल थी. पुलिस ने कहा कि दो लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.

जोहानेसबर्ग के पूर्वी बाहरी इलाके में स्थित शहर बोक्सबर्ग की एंजेलो बस्ती में पहले 24 लोगों के मारे जाने की आशंका जताई गई थी. पुलिस और गौतेंग प्रांत के प्रीमियर पन्याजा लेसुफी ने बाद में कहा, शवों की दोबारा गिनती के बाद यह संख्या 16 होने की पुष्टि हुई है.

घटनास्थल का दौरा करने के बाद लेसुफी के हवाले से मीडिया में कहा गया, “यह बिल्कुल भी अच्छा दृश्य नहीं है… यह दर्दनाक, भावनात्मक रूप से थका देने वाला और दुखद है.”

अभी भी इलाके की छानबीन की जा रही है. खबरों के मुताबिक, रात करीब आठ बजे रिसाव की सूचना मिलने के कई घंटे बाद तक पीड़ितों के शव जमीन पर पड़े रहे. चूंकि इमरजेंसी सेवाएं घटनास्थल की जांच के लिए फोरेंसिक जांचकर्ताओं और पैथोलॉजिस्ट के आने का इंतजार कर रही थीं. सुबह तीन बजे तक शव वहीं थे.

आपातकालीन सेवा के प्रवक्ता विलियम एनटलडी ने कहा, “हम किसी को हटा नहीं सकते थे. शव अभी भी अपनी उसी जगह जमीन पर हैं.”

एनटलडी ने कहा कि बुधवार की मौतें नाइट्रेट गैस के कारण हुईं, जो एक झोपड़ी में रखे गैस सिलेंडर से लीक हो गई थी. उन्होंने कहा कि रिसाव के कारण सिलेंडर खाली हो गया था. अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि गैस रिसाव के लिए वे जिन अवैध खनिकों को जिम्मेदार मानते थे, वे भी मरने वालों में से हैं या नहीं.

जोहानेसबर्ग के आसपास सोने से समृद्ध क्षेत्रों में अवैध खनन बड़े पैमाने पर होता है. यहां खनिक बचे हुए भंडार की खोज में बंद और इस्तेमाल ना होने खदानों में जाते हैं. वहां से अकसर हादसों की खबरें आती हैं.

पीवाई/एनआर (रॉयटर्स)