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त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त के ऑफ़िस में तोड़-फोड़!

त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त के ऑफ़िस में तोड़-फोड़ की घटना सामने आई है.

बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त कार्यालय के बाहर हिंदू संघर्ष समिति की त्रिपुरा इकाई ने प्रदर्शन आयोजित किया था.

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में तोड़ फोड़ की.

सोमवार की सुबह प्रदर्शनकारी सर्किट हाउस के पास महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दे रहे थे. उसी वक़्त प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने पुलिस बैरिकेड को तोड़ दिया और सहायक उच्चायुक्त के ऑफ़िस में दाख़िल हो गए.

घटना के बाद राज्य के डीजीपी अनुराग धनखड़ और पश्चिम त्रिपुरा ज़िले के एसपी डॉ. किरण कुमार मौके पर पहुंचे और मामले की जांच पड़ताल की.

बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े रहे चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ़्तारी का हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं.

भारत सरकार ने भी बांग्लादेश सरकार के इस कदम पर गहरी चिंता जताई थी, जबकि आरएसएस ने चिन्मय कृष्ण दास की तत्काल रिहाई की मांग की है.

अगरतला में बांग्लादेश सहायक उच्चायुक्त ऑफ़िस में तोड़-फोड़ पर भारत ने क्या कहा

भारतीय विदेश मंत्रालय ने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त के ऑफ़िस में तोड़-फोड़ की घटना पर बयान जारी किया है.

भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक़, “आज अगरतला में बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त के कार्यालय परिसर में घुसपैठ की घटना बेहद दुखद है. किसी भी परिस्थिति में राजनयिक और वाणिज्य दूतावास की संपत्तियों को निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.”

बयान के अनुसार, “सरकार नई दिल्ली में बांग्लादेश उच्चायोग और देश में उनके उप या सहायक उच्चायोगों की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के लिए कार्रवाई कर रही है.”

सोमवार को अगरतला स्थित बांग्लादेश के सहायक उच्चायुक्त कार्यालय के बाहर हिंदू संघर्ष समिति की त्रिपुरा इकाई ने प्रदर्शन आयोजित किया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कार्यालय में तोड़ फोड़ की.

बांग्लादेश में इस्कॉन से जुड़े रहे चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ़्तारी का हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं.

भारत सरकार ने बांग्लादेश सरकार के इस कदम पर आपत्ति दर्ज कराई थी.

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पिनाकी दास, बीबीसी हिंदी के लिए