आगरा: ताजनगरी में कल देर रात के बाद आज तड़के तेज आंधी व तूफान ने काफी तबाही मचा दी। इसके कारण विश्व की सबसे खूबसूरत इमारत ताजमहल को भी खासा नुकसान हुआ है।
आगरा में तूफान के बाद ताजमहल को काफी नुकसान पहुंचा है। दुनिया भर में सातवें अजूबे के तौर पर मशहूर ताजमहल को आंधी-पानी से नुकसान पहुंचा है। भारी बारिश और आंधी की वजह से ताजमहल परिसर में स्थित एक पिलर का हिस्सा टूट कर गिर गया है। अभी तक किसी के हताहत की सूचना नहीं मिली है। ताजमहल के एंट्री गेट के एक पिलर का हिस्सा गिर गया। तेज हवा के साथ भारी बारिश की वजह से ताजमहल के दक्षिणी गेट पर स्थित पिलर गिर गया।
Agra: Pillar in the premises of Taj Mahal fell due to heavy wind & rain. No casualties reported. pic.twitter.com/87kaCFQLJd
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 11, 2018
चौबीस साल का रिकार्ड तोडऩे वाले तूफान के आगे मुगलकालीन ताजमहल भी कांप उठा। यहां रॉयल गेट के ऊपर लगा करीब 12 फुट ऊंचा पिलर टूटकर गिर पड़ा। दक्षिणी गेट के ऊपर लगा आठ फुट ऊंचा पिलर भी टूट गया। सरहिंदी बेगम (सहेली बुर्ज) के मकबरे की छत का गुलदस्ता नीचे आ गया। परिसर में कई पेड़ धराशायी हो गए हैं। विश्वदाय स्मारक ताजमहल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। फोरकोर्ट में लगा नीम का पेड़ लैंप पर टूटकर गिर गया। इसके अलावा उद्यान में भी कई पेड़ टूटे हैं। रॉयल गेट के ऊपर उत्तरी व दक्षिणी ओर 11-11 छोटी छतरियां बनी हुई हैं।
छतरियों के दोनों ओर करीब 12 फुट ऊंचे जिगजैग डिजाइन (शैवरोन डिजाइन) के पिलर हैं। इनमें सफेद व काले संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है, जिससे भ्रम का अहसास होता है। आंधी में रॉयल गेट का उत्तरी-पश्चिमी जिगजैग पिलर टूटकर नीचे वीडियो प्लेटफार्म पर आ गिरा। उस समय ताज से पर्यटक बाहर जा चुके थे, जिससे कोई बड़ा हादसा होने से टल गया। दक्षिणी गेट पर चारों कोनों पर करीब आठ फुट ऊंचे पिलर (मीनार) हैं। इनमें से उत्तरी-पश्चिमी पिलर टूटकर गेट की छत पर गिर पड़ा। पूर्वी गेट स्थित सरहिंदी बेगम के मकबरे के गुंबद पर लगा लाल पत्थर का गुलदस्ता भी आंधी में टूटकर गिर गया। ताज में हुए नुकसान का सही आंकलन गुरुवार सुबह ही हो सकेगा। वहीं, रेवती के बाड़े में पश्चिमी दीवार से लगा पीपल का पेड़ टूट गया। इसमें बाड़े की दीवार टूटने के साथ ही बगल के मकान की दीवार भी टूट गई है।
यहां पर रॉयल गेट का पिलर टूटकर गिरने से दिव्यांग पर्यटकों के लिए बनाया गया रैंप टूटा गया। इसके साथ ही वीडियो प्लेटफॉर्म की फर्श कई जगह से धंस गई है। ताजमहल में दक्षिणी गेट का पिलर टूटकर छत की दीवार पर ही टिक गई है, इसको बड़ा खतरा माना जा रहा है। यहां दीवार का पत्थर चटक गया है जबकि गुलदस्ता टूटकर नीचे गिर गया। सरहिंदी बेगम के मकबरे का गुलदस्ता टूटकर गिरने से शेड क्षतिग्रस्त हो गया है तो पश्चिमी गेट से लगे फतेहपुरी बेगम के मकबरे की बाहरी दीवार का बड़ा पत्थर निकलकर गिर पड़ा है। सरहिंदी बेगम के मकबरे की बाहरी दीवार से काफी बड़ा पत्थर निकलकर गिरा है। यहां पर सती उन्नीसा के मकबरे का गुलदस्ता टूटकर गिरा। ताजमहल के प्रवेशद्वार के दो गुलदस्ता पिलर धाराशाई हो गए।
इसके साथ भीमनगरी का मंच भी गिर गया। शाहगंज में मस्जिद की मीनार भी गिरी है। प्रेम की अमर निशानी ताजमहल के दो गेटों की मीनारें गिरने के साथ मुख्य स्मारक को भी नुकसान पहुंचा है। तेज हवा रुकने के बाद ही यहां भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने सुबह ही नुकसान की फोटोग्राफी कराई है