

Related Articles
इस्लाम में हक़्क़ुन्नास का महत्व
लोगों के अधिकार उन अधिकारों को कहते हैं जो मनुष्य को दूसरों के साथ संबंधों के कारण प्राप्त होते हैं। ये सभी नैतिक और कानूनी दायित्वों व कर्तव्यों को शामिल करते हैं जिनका पालन व्यक्ति को समाज के अन्य सदस्यों के प्रति करना चाहिए। इस्लाम में हक़्क़ुन्नास का महत्व हक़्क़ुन्नास यानी वे अधिकार जो मनुष्यों […]
पैग़म्बरे इस्लाम ने मुसलमानों की एकता व एकजुटता और हर प्रकार के फूट और मतभेद से दूरी को ईमान की निशानी बताया!
इस्लाम से पहले के दौर में गहरा जातीय व क़बायली विवाद पूरे अरब जगत में फैला हुआ था। इस बिखराव और मतभेद के कारण हमेशा रक्तरंजित लड़ाइयां होती रहती थीं। इन हालात में इस्लाम ने एकेश्वरवाद का संदेश दिया और इसी संदेश के आधार पर एकता, भाईचारे तथा हर प्रकार के द्वेष से दूर रहने […]
तौहीद और शिर्क : उन्हें इस भूल में नहीं रहना चाहिए कि वे अपने कर्मों की सज़ा और प्रतिफल से बच जाएंगे : पार्ट-19
وَهُوَ الَّذِي يَبْدَأُ الْخَلْقَ ثُمَّ يُعِيدُهُ وَهُوَ أَهْوَنُ عَلَيْهِ وَلَهُ الْمَثَلُ الْأَعْلَى فِي السَّمَاوَاتِ وَالْأَرْضِ وَهُوَ الْعَزِيزُ الْحَكِيمُ (27) और वही है जो सृष्टि का आरंभ करता है, फिर वही उसे लौटाएगा और उसकी पुनरावृत्ति करेगा। और यह काम उसके लिए अधिक सरल है। आकाशों और धरती में उसी के गुण सर्वोच्च हैं और वह […]