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दुःख सबके एक जैसे नहीं होते है…किसी के बहुत “छोटे” तो किसी के बहुत “बड़े” होते है!
वाया : कामसूत्र – स्वामी देव द्वितीय ============== · “चरित्रहीन – एक यात्रा वैश्यालय की” यौवन के मद में अनियंत्रित, सागर में खो जाने को आज चला था पैसो से मैं यौवन का सुख पाने को दिल की धड़कन भी थिरक रही थी यौवन के मोहक बाजे पे अरमानों के साथ मैं पंहुचा उस तड़ीता […]
मर्द के अंदर भी होती है रोने की इच्छा, चेहरे की झूठी मुस्काने धोने की इच्छा – सीताराम “पथिक” की कवितायेँ पढ़िये!
Sitaram Pathik Rewa, India ============= 💐मां की ढूंढ कमी नहीं पाए! 🌻🌻🌻🌻🌻 ठीक ढंग से जी नहीं पाए। जख्मों को हम सी नहीं पाए। बादल जैसे फट पड़ते हैं, लोग क्रोध को पी नहीं पाए। कोशिश की दुनिया वालों ने, मां की ढूंढ कमी नहीं पाए। धनवानों के घर में सब कुछ, लेकिन वहां खुशी […]
#तुम्हारे #नाम #___हलो #___सुनो…!!
Arvind Tamrkar · ============== #___तुम्हारे #नाम #___हलो #___सुनो…!! मैं चाहता था कि एक ख़त लिखूँ तुम्हारे नाम और तुम्हें भेजूँ। मुझे पता है कि अगर वो ख़त तुम्हारे हाथ में होगा तो यक़ीनन तुम उस ख़त को भिगो दोगी। तुम्हारी आँखें मेरे शब्दों का बोझ नहीं सहन कर पाएंगीं और पूरे ख़त को पढ़ते पढ़ते […]