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तालिबान के वरिष्ठ नेता ने पाकिस्तान के संविधान और क़ानूनों को ग़ैर-इस्लामी बताया

तालिबान के वरिष्ठ नेता ने पाकिस्तान के संविधान और क़ानूनों को ग़ैर-इस्लामी बताया है।

अफ़ग़ानिस्तान की शफ़क़ना न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक़, शनिवार को पाकिस्तान तहरीके तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान में तालिबान के वरिष्ठ नेता मुल्लाह हैबतुल्लाह आख़ूंदज़ादे की उर्दू सबटाइटल के साथ एक क्लिप जारी की है।

इस क्लिप में मुल्लाह हैबतुल्लाह पाकिस्तान के एक मशहूर मौलवी मुफ़्ती तक़ी उस्मानी की किताब का हवाला देते हुए कहते हैं कि पाकिस्तान में आज भी ब्रिटिश क़ानून लागू हैं।

इसके आगे तालिबान के नेता को कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर अगर मुजाहेदीन कमज़ोर पड़ गए तो देश में वही क़ानून लागू हो जायेंगे, जो आज पाकिस्तान में लागू हैं।

दर असल, तालिबान नेता अपने लड़ाकों और अफ़ग़ान जनता को पाकिस्तान में लागू लोकतांत्रिक व्यवस्था से डरा रहे हैं।

मुल्लाह हैबतुललाह को इस ऑडियो क्लिप में यह कहते हुए भी सुना जा सकता है कि अमरीका और पश्चिमी देश अफ़ग़ानिस्तान में लोकतांत्रिक व्यवस्था लागू करना चाहते हैं, ताकि इस्लाम और शासन के बीच दूरी पैदा कर सकें।

तालिबान नेता के इस बयान के बारे में अभी तक पाकिस्तान सराकर ने कोई प्रतिक्रिया नहीं जताई है।