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अपनी फ़ितरत से मजबूर तुम जब फिर भी छलोगे उसे तो यक़ीनन….
Madhu Singh ========= कुछ स्त्रियां हौसला होती हैं अपना और अपने परिवार का ऐसा नहीं कि वो टूटती नहीं बिखरती, रोती और बिलखती नहीं पर इन सबसे ऊपर होता है उनका आत्म विश्वास खुद को खुद ही जोड़ने का हुनर हर परिस्थिति में खुद को ढाल लेने का हुनर अपनी कमजोरियों से लड़कर उन्हें अपनी […]
वो सोच में डूबी बैठी थी तभी माँ कमरे में आयीं….By-पूर्णिमा शर्मा
पूर्णिमा शर्मा स्वाभिमान घर में अजीब सा सन्नाटा छाया हुआ था !शाम जब से पिताजी ने पांडे जी से फोन पर बात की तभी से पिताजी बेचैन और माँ उदास दिखीं ! मीनू दी को शायद वजह पता चल चुकी थी,उनकी तरफ इना ने प्रश्नवाचक नज़रों से देख जानना चाहा तो दीदी नज़रें चुरा आंसू […]
गूलर का फूल….By-Pratibha Naithani
Pratibha Naithani ============ गूलर का फूल बड़ी पुरानी बात है जब एक बूढ़ी माता जी दही बेचकर अपना गुजारा करती थीं। जाने कैसे एक बार उनकी हांडी में गूलर का फूल गिर गया। वह दही बेचते-बेचते थक गई मगर हांडी उस दिन खाली न हुई। खीजकर बुढ़िया ने हांडी तोड़ दी। गूलर के फूल के […]