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तल्ख़ियां : मुसलमानों का सब्र आज़माया जा रहा है और मुसलमान आज़माइश के उरूज़ पर है!….राणा प्रताप, राणा सांगा, प्रथवीराज के वंशजो को राजस्थान का CM देश का PM बनायें

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Jaiky Yadav
@JaikyYadav16
“चिंता मत करना, तुम जाओ। दोनों बच्‍चों को मैं पाल लूंगा”

यह बात एक पति ने तब कही है जब वह अपनी पत्नी की अपनी आँखों के सामने उसके प्रेमी से शादी करवा रहा था,

दरअसल मामला उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर ज़िले का है,

यहाँ एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की शादी उसके प्रेमी से करवा दी और अपने दोनों बच्चे भी अपने ही पास रख लिए और

अपनी पत्नी को उसके प्रेमी के साथ हँसते हँसते विदा कर दिया।

Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
हरियाणा में बीजेपी सरकार ने ईद जैसे दुनिया के सबसे बड़े त्योहार की छुट्टी रद्द कर दी है। केंद्र सरकार के मातहत चलने वाले रिजर्व बैंक ने ईद के रोज़ की छुट्टी रद्द कर दी।यूपी में बीजेपी की सरकार सड़क पर ईद की नमाज़ पर पाबंदी लगाने के लिए पुलिस फोर्स को सड़कों पर उतार चुकी है। दिल्ली में बीजेपी की सरकार गरीबों की गोश्त की दुकानों को बंद करवा रही है। देश के मुसलमानों का सब्र आज़माया जा रहा है, और मुसलमान आज़माइश के उरूज़ पर है। मुसलमानों को यह अहसास कराया जा रहा है कि वो इस देश में अप्रासंगिक हैं। इस देश में उनका कुछ नहीं है, देश भी नहीं! हर एक तारीख़ को मुसलमान काग़ज़ पर दर्ज करने की बजाय अपनी हड्डियों पर लिख रहा है। अब बारी देश के उन अमन पंसद हिंदुओं की है जो रजाई में मुंह दबाकर इस अन्याय को होता हुआ देख रहे है। वक़्त की आदत है कि वो बदलता रहता है। आज का वक़्त कल सवाल बनकर खड़ा होगा। जवाब तुम्हे देना होगा। दुनिया देख रही है कि देश का मुसलमान इंतिहा की हद तक सहन कर रहा है। भेदभावपूर्ण अन्याय होता देख कर भी खामोश रहने वाले को परवरदिगार माफ़ करे और उनके हिसाब में आसानी बरते।

Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
इस देश में कैसी मनहूसियत तारी है! जैसे ही त्योहार आता है उसकी खुशी में विघ्न डालने वाले सक्रिय हो जाते हैं। मेरठ का प्रशासन कह रहा है कि सड़क पर नमाज़ पढ़ी तो पासपोर्ट लाइसेंस रद्द कर देंगे। संभल का प्रशासन कह रहा है कि छतों पर ईद की नमाज़ नहीं पढ़ सकते। हरियाणा सरकार ने ईद की छुट्टी ही रद्द कर दी है। ये कैसी मनहूसियत है?

ravish kumar
@ravishndtv
शर्मनाक है। धीरे धीरे दंगाई ही ऐंकर बना दिए जाएंगे। इस चैनल में काम करने वाले सैंकड़ों लोग घर जाते होंगे तो क्या कहते होंगे, यही कि आज हिन्दू मुस्लिम को और लड़ा कर आए हैं ? सरकार से पूछ नहीं सकते तो मुसलमानों से पूछ कर आए हैं ? नौकरी के लिए भले चुप रह जाते होंगे लेकिन अफ़सोस तो होता होगा कि क्या इसी के लिए पत्रकार बने थे ? उनका स्किल हर दिन ख़राब होता जाता होगा। जब मस्जिद और मंदिर का ही फोटो लगाना है तो स्किल का विकास क्या होगा ? फिर एक दिन आएगा जब निकाल दिए जाएंगे । अच्छा है देश में कानून व्यवस्था केवल कुणाल कामरा और विपक्ष के नेताओं के लिए है वरना सरकार को हर दस कदम पर थाने बनाने पड़ जाते। सूचना मंत्री देर रात तक चैनलों को नोटिस ही भेजते रह जाते। इफ़्तार में जाने या मोदी की सौग़ात लेकर जाने का टाइम ही नहीं मिलता।

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Rohini Singh
@rohini_sgh
Look at how Aroon Purie’s channel is identifying politicians from different parties through mandirs and masjids. No other channel spreads hate as insidiously as Aaj Tak.

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Zakir Ali Tyagi
@ZakirAliTyagi
ये है असल “सौगात-ए-मोदी” कि हरियाणा सरकार ने ईद की गजेटेड छुट्टी को भी रद्द कर दिया है, हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राज्य (USCIRF) के पैनल ने अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हमलों ,भेदभाव, बुरा बर्ताव पर चिंता व्यक्त की थी और आज हरियाणा सरकार ने ईद की छुट्टी रद्द कर अमेरिका को मुंह तोड़ जवाब दे दिया है!

ये है असल “सौग़ात-ए-
@narendramodi

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Ansar Imran SR
@ansarimransr

मेरठ और संभल के बाद अब बलिया पुलिस ने भी कहा है ईद की नमाज सड़क पर नहीं होने देगी!

मगर यही प्रशासन बताने में विफल क्यों रहता है कि अगर ईद पर 5 मिनट की नमाज से विघ्न पैदा होता है तो आखिर किस हैसियत से 2 महीने तक कावड़ यात्रा में पूरा हाईवे ही बंद होता है!

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Asaduddin Owaisi
@asadowaisi
What would have been the BJP Yogi Government response if these “spectators” where M…… ?lathicharge,firing,arrest then Sedition,attacking a government Servant, Bulldozer and 6pm & 9pm Nationalist would have called them as agents of a M king but mashallah nothing happened.

Mohammed Zubair
@zoo_bear
·
Mar 26
Spectators watching the show. x.com/Benarasiyaa/st…

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Harmeet Kaur K
@iamharmeetK
Haren Pandya ◾◾
◾Former Gujarat Home Minister
Was Assassinated on 26 March 2003

He had Refused to Vacate Seat for Modi.
He had Exposed Modi’s 72 hour post-Godhra ‘Carnage’.
➖He was Shot Dead on Morning walk on 26 March 2003

◾Killers Sohrabuddin and Prajapati ➖Encountered in 2005

◾Judge BH Loya judge, who was hearing the Sohrabuddin Sheikh Encounter case
➖ Media reported sudden cardiac arrest (1/2)

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Harmeet Kaur K
@iamharmeetK
Vinod Chand ✍🏼

Haren Pandya was a six foot man. The day he died, he was found sitting in his Maruti 800 car outside a garden where he went for a walk on a regular basis. He had been shot dead.

The bullet that killed him had entered his body from between his legs near the scrotum and traveled upward in his body delivering the death blow. For the assailant to have shot him there would mean that Haren Pandya was sitting with his legs dangling outside the car through its window.

Surprisingly not a single drop of blood was found on the seat of the Maruti 800.

Surprisingly no bullet was ever found in the car although Haren Pandya had been shot five or six times, some of the bullets grazing his arm.

Surprisingly the police jeep that took him to the hospital after taking him out of his car too did not have a drop of blood on its seat.

The bullets recovered from Pandya’s body did not match the ones examined by forensics and presented in court. Were they replaced? By whom? Why? And on whose orders?

Though a Supreme Court bench headed by the ‘redoubtable’ Justice Arun Mishra allowed the appeals of the Central Bureau of Investigation (CBI) and the Gujarat government challenging the high court order by which the convicts were absolved of murder charges in the case, the question still remains.

WHO KILLED HAREN PANDYA?

Freedom Force
@Freedm_F0rce
And never forget that Kausarbi was raped before encounter by ATS constable.

Deep Aggarwal
@DeepAggarwalinc
BIG EXPOSED 📢

अपने मालिक अंबानी का महल एंटीलिया बचाने के लिए चौंकीदार लाया हैं वक्फ बोर्ड कानून।

जिस जमीन पर अंबानी का महल एंटीलिया बना हैं वो जमीन वक्फ बोर्ड की हैं, जिस पर अनाथालय बनना था, पर अंबानी ने धोखे से जमीन हथिया ली।

हाईकोर्ट ने भी माना हैं कि अंबानी ने जमीन खरीदने में वक्फ बोर्ड की धारा 32(2) का उल्लंघन किया हैं और कोर्ट कभी भी एंटीलिया को गिराने का फैसला दे सकता हैं।

अपने मालिक को बचाने के लिए देश के करोड़ों नागरिकों को निशाना बनाना निंदनीय और शर्मनाक हैं।

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Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
माहौल ऐसा बनाया जा रहा है कि मानो मुसलमान सड़क पर ही नमाज़ अदा करता है। जबकि वास्तविकता यह है कि कहीं-कहीं पर मस्जिद ईदगाह में जगह ना होने की वजह से कुछ नमाज़ी सड़क तक आ जाते हैं। लेकिन दिखाया ऐसा जा रहा है कि जैसे मुसलमान सड़क पर ही नमाज़ अदा करते हैं। यह एक समुदाय को ‘टाइट’ रखकर ‘दूसरे’ समुदाय का तुष्टिकरण करने का षडयंत्र है। कांवड़ यात्रा के दौरान दिल्ली से हरिद्वार तक का मुख्य मार्ग हफ्तों तक इस तरह बंद किया जाता है कि अगर उसमें गलती से भी कोई ‘और’ चला तो उसे कांवड़ियों के उत्पात का सामना करना ही है। सड़कों पर जागरण होते हैं, जगराते होते हैं, तेज़ आवाज़ में डीजे बजाते हुए धार्मिक जुलूस निकलते हैं। तब यातायात बाधित नहीं होता? जब नेताओं की रैलियों के चलते रूट डायवर्ट किए जाते हैं, तब किसी को आपत्ति नहीं होती? मस्जिद/ईदगाह में जगह ना होने के चलते नमाज़ियों ने सड़क पर मुसल्ला बिछाकर नमाज़ क्या अदा कर ली, भावनाएं आहत हो गयीं? प्रशासन को कानून याद आ गया? सरकार को दिशा निर्देश तय करने पड़ रहे हैं। स्थानीय प्रशासन धमकी दे रहा है कि पासपोर्ट छीन लेंगे, लाइसेंस रद्द कर देंगे! अजीब ही माहौल बनाया जा रहा है। अभी होली बीती है कोई बताए कि होली क्या घर में ही मनाई गई थी? सड़क पर होली नहीं मनी? तब ये धमकी/मश्विरे कहाँ थे? अब धमकियां दी जा रही हैं! पासपोर्ट लाइसेंस क्यों छीन रहे हो! सीधे फांसी ही दे दीजिएगा!

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Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh

भाजपाई कम-से-कम मृत्यु के मुआवज़े में तो बेईमानी न करें।

और कुछ नहीं कहना है।

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Deepak Sharma
@DeepakSEditor
क्या IAS अफसरों ने इस देश को फेल किया है ?
क्या IAS अफसरों में निष्ठा, गरिमा और नैतिकता की घोर कमी आई है ?

निसंदेह IAS अफसर देश के सर्वोच्च प्रतिभावान वर्ग से आते हैं लेकिन धीरे धीरे इस वर्ग ने नेता, कारपोरेट और मलाईदार पोस्टिंग के आगे सरेंडर कर दिया । इसका असर देश की नीतियों और प्रशासन पर पड़ा है।

ये लेख कुछ समय पहले पूर्व आरबीआई गवर्नर सुब्बारॉव साहब ने लिखा था।
अगर आप इस मुल्क को सच में आगे ले जाना चाहते हैं तो ये लेख जरूर पढ़िये और दोस्तों को भेजिये !

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Kranti Kumar
@KraantiKumar
BHU में पढ़ने वाले शिवम सोनकर का कहना है प्रोफेसर कहते हैं “तू दलित है जूता साफ कर”. आज भी द्रोणाचार्य सक्रिय हैं जो नही चाहते हैं शिवम सोनकर पढ़ लीखकर आगे जाए.

शिवम सोनकर का जनरल कैटेगरी में दूसरा रैंक आया. वो एक शोध डिपार्टमेंट में एडमिशन के लिए आवेदन किया है, जहां 7 सीट में से 4 भरी गयी है और 3 सीट खाली है.

जनरल कैटेगरी में दूसरा रैंक लाने के बावजूद एक दलित स्टूडेंट को एडमिशन नही दिया गया कारण शिवम, पांडेय या शुक्ला या तिवारी नही, दलित है.

BHU में कुल 670 प्रोफेसर हैं, नियम से 135 OBC प्रोफेसर होने चाहिए लेकिन हैं शून्य. BHU में अगड़ी जातियों के प्रोफेसर का वर्चस्व है, हर डिपार्टमेंट का हेड ब्राह्मण ठाकुर और बनिया प्रोफेसर हैं.

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Kranti Kumar
@KraantiKumar
आपकी नजर आपकी आस्था पूजनीय बाबाजी पर थी. लेकिन बाबा जी की नजर लाल साड़ी पहनी महिला पर थी.

भूत पिशाच शरीर से भगाने के बहाने बाबाजी ने लाल साड़ी वाली महिला से बलात्कार किया. इस घटना के बाद खुश महिला पीड़िता बन गयी. उसके चेहरे पर दुख और दर्द ने जगह बन ली.

पीड़िता के माता पिता ने बाबाजी को सबक सिखाने के लिए न्याय का दरवाजा खटखटाया जो कभी कठिन और महंगा था. नसीब से ऐसा वकील मिल जो नामचीन नही था लेकिन कानूनी ज्ञान के मामले में किसी नामचीन वकील से कम नही, नाम पीसी सोलंकी.

पीड़िता 19 दिनों तक लगातार कोर्ट में पर्वत की तरह खड़ी रही. 94 पन्नों में बयान दर्ज हुआ. साढ़े चार साल में पीसी सोलंकी 1000 बार ट्रायल कोर्ट में पेश हुए.

उनके सामने राजधानी दिल्ली के एक से एक कद्दावर वकील बाबाजी को बचाने के लिए खड़े हुए. कौन नही आया, सब आए : राम जेठमलानी, केटीएस तुलसी, सुब्रमण्यम स्वामी, यू यू ललित, मुकुल रोहतगी, सलमान खुर्शीद और सोली सोराबजी. फिर भी बाबाजी को बचा नही पाए.

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Wasim Akram Tyagi
@WasimAkramTyagi
उत्तर प्रदेश के मेरठ में ईद को लेकर सख्त कदम उठाए गए हैं. मेरठ पुलिस ने इसको लेकर फरमान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि ईद की नमाज सड़कों पर अदा नहीं की जाएगी. ऐसा करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और उसके पासपोर्ट भी रद्द किए जाएंगे. मेरठ पुलिस के इस फरमान पर केंद्रीय मंत्री
@jayantrld
का बयान सामने आया है.

उन्होंने कहा है कि ऑरवेलियन 1984 की ओर पुलिसिंग! जयंत के इस ट्वीट का मतलब यही है कि कहीं न कहीं वो मेरठ पुलिस के इस फरमान ने खिलाफ हैं. जयंत ये कहने की कोशिश कर रहे हैं कि मौजूदा पुलिसिंग या शासन व्यवस्था वैसी हो गई है जैसा कि जॉर्ज ऑरवेल की उपन्यास 1984 में बताया गया है. जिसमें एक निरंकुश सरकार होती है, जो लोगों के हर गतिविधि पर नजर रखती है और उनकी स्वतंत्रता को सीमित करने की कोशिश करती है.

Akhilesh Yadav
@yadavakhilesh
हाथरस जैसे जघन्य कांड के आरोपियों का समर्थन करनेवाले किसी भी संगठन या सेना में नहीं हो सकते हैं। ये असामाजिक तत्व हैं और इनका खुले में घूमना पूरे समाज के लिए गंभीर विषय है और उनके अपने समाज की छवि के लिए भी ये घातक है। ऐसे लोगों से उनका अपना समाज बदनाम होता है, इसीलिए उनके समाज की ये नैतिक ज़िम्मेदारी बनती है कि वो ऐसे आपराधिक तत्वों को पुलिस के हवाले करे और ऐसे नकारात्मक सोच के लोगों को किसी भी तरह की पनाह या प्रश्रय न दें।

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Shivbachan Yadav SP🚲
@yadav_Shivbacha

बाइक चोर कल समाजवादी नेता को धमकी दें रहा था इतिहास के पन्नों को पलटा तों बाइक चोर निकला

Jairam Ramesh
@Jairam_Ramesh
India’s nuclear establishment goes back to the 1950s. It was the leadership of India’s first PM and the scientific vision and determination of Dr. Homi Bhabha that set India on the path of nuclear self-reliance. Dr. Bhabha presented to the country a three-phase nuclear energy program:

· Phase 1 based on uranium
· Phase 2 based on plutonium
· Phase 3 based on thorium.

India has 25% of the world’s reserves of thorium. But it’s not a fissile material but a fertile one. That’s why Dr. Bhabha gave the three-phase formula. India has mastered phase 1. What the Hon’ble Minister is mentioning about small modular reactors has already been done long ago—200 MW reactors have long been developed in Kalpakkam, Rawatbhata, Narora, Kaiga, Kakrapar in Gujarat, and many other locations.

Three questions for the Honourable Minster –

· Where are we on phase 2?

· When is the fast breeder reactor in Kalpakkam going to be commissioned?

· Also, they had plans for setting up thorium reactors for Phase 3. So, where are we on phase 3?

Prashant Bhushan
@pbhushan1
In the Delhi riots, the police have registered no FIR against Kapil Mishra despite a speech widely regarded as incendiary and a possible trigger for the Delhi riots and eyewitness complaints of rioting. Five years later, he is the new law minister in Delhi

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Gurpreet Garry Walia
@garrywalia_
सलमान खान की स्पेशल चर्चा

बॉलीवुड के भाईजान लोगों के दिलों में राज करते हैं।सलमान को इंडस्ट्री का राजा कहा जाता हैं, अपने किसी न किसी अंदाज से सलमान खान फैंस के बीच छा जाते हैं

अब एक बार फिर से सलमान खान ने जनता का दिल लूट लिया है वजह है अपनी लेटेस्ट तस्वीरों में सलमान खान ने ने जो घड़ी पहनी है

जिसको अभी भी नहीं पता घड़ी इतनी खास क्यों है वो कमेंट में हाज़री लगा लेना बहुत लोग बतायेंगे 🙏

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Zakir Ali Tyagi
@ZakirAliTyagi
“सौग़ात-ए-मोदी” चार अलग अलग तस्वीरों में, संभल समेत अन्य जिले बाक़ी,चारों ख़बरों को ध्यान से पढ़े और “सौग़ात- ए-मोदी” देखें!

मेरठ में मस्जिद भर जाने पर मज़बूरी में मुसलमानों ने सड़क पर नमाज़ पढ़ी तो उनका पासपोर्ट और लाइसेंस जब्त कर लिया जायेगा!

दरोगा ने पुलिस चौकी में पूजा कराई कोई कार्रवाई नही जैसे ही बेचारे ने इफ़्तार कराया तो सस्पेंड कर दिया गया!

हरियाणा सरकार ने ईद की गजेटेड छुट्टी को रद्द कर दिया है!

शिमला में एक स्कूल ने ईद के जश्न प्रोग्राम को हिंदुत्ववादी संगठनों की धमकी के बाद रद्द कर दिया है!

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Kranti Kumar
@KraantiKumar
ध्यान से देखिए स्टोर में काम करने वाली जवान महिला के पीछे अधेड़ उम्र का आदमी पीछे से आकर सट जाता है. महिला का सहयोगी जब देखता है तो अधेड़ उम्र के आदमी की जमकर पिटाई करता है.

यह वीडियो सोशल मीडिया बहुत वायरल है. लेकिन किस देश का सटीक तौर नही इसकी जानकारी नही है, शायद किसी लैटिन अमेरिकी देश का होगा.

आज कल भीड़ भाड़ बाजार में महिलाओं और लड़कियों के पीछे आकर सटने के काफी वीडियो वायरल हो रहे हैं. महिला बाजार में समान खरीद रही है, गलत नियत से पुरुष आकर महिला के पीछे सट जाता.

ऐसी घटनाएं भीड़ भाड़ जगहों पर ज्यादा होती है लेकिन वीडियो देखकर लग रहा है ऐसी घटनाएं पूरे दुनिया में हो रही है. ऐसे लोगों कानूनी इलाज बहुत जरूरी है.

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गए काम से।

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इनके लिए कोई उपाय बताओ?

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ravish kumar
@ravishndtv
यह लेख पढ़ा जाए। गोदी मीडिया की ग़ुलामी से आज़ादी का रास्ता दूसरा विकल्प है और जनता के पैसे से चलने वाले गोदी मीडिया की जवाबदेही तय करने से है। बिल्कुल बाज़ार विज्ञापन देता है लेकिन जनता के पैसे का विज्ञापन भी उसकी आय का आधार है। तो सांसदों और जनता को इसकी जाँच की माँग करनी चाहिए कि भारत सरकार का विज्ञापनों का बजट कितना है? किस अख़बार और किस चैनल को कितना मिलता है? उसका क्या आधार है? इसकी पब्लिक स्क्रूटनी होनी चाहिए।

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Derek O’Brien | ডেরেক ও’ব্রায়েন
@derekobrienmp
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16h
This Parliament session, a new trend continues. A few MPs in Oppn harness the power of different kinds of media platforms. As legacy media ignores speeches critical of Modi Govt, MPs get millions of views by becoming ‘politician journalists’. My piece. https://tinyurl.com/erxuhury

 

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार हैं, सभी लेख X पर वॉयरल हैं, तीसरी जंग हिंदी का कोई सरोकार नहीं!