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तमाम तरह के प्रतिबंधों के बावजूद ईरान की अर्थव्यवस्था ने लगाई लंबी छलांग : रिपोर्ट

अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ़) ने दुनियाभर की अर्थव्‍यवस्‍थाओं पर ताज़ा आंकड़े जारी किए हैं। अपने पूर्वानुमान में आईएमएफ़ ने इस्लामी गणराज्य ईरान की अर्थव्‍यवस्‍था की रफ़्तार पर भरोसा जताते हुए उसे दुनिया की 21 बड़ी अर्थव्यवस्था घोषित किया है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, अंतर्राष्‍ट्रीय मुद्रा कोष आईएमएफ़ की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया की 21वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में ईरान के नाम की घोषणा की है। आईएमएफ़ के मुताबिक़, वर्ष 2022 में 171 देशों की अर्थव्यवस्था ईरान के मुक़ाबले में कम होगी। ग़ौरतलब है कि अपनी नवीनतम रिपोर्ट में, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 2022 में ईरान सहित 192 देशों के सकल घरेलू उत्पाद की भविष्यवाणी की है। इस अंतर्राष्ट्रीय संगठन ने उम्मीद जताई है कि क्रय शक्ति सूचकांक के आधार पर इस साल ईरान की जीडीपी 1,599 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी, जिसमें पिछले साल की तुलना में 150 अरब डॉलर वृद्धि हो जाएगी।

उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के आंकड़ों के अनुसार, ईरान को 2022 में 1,599 बिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के साथ दुनिया की 21वीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति के रूप में मान्यता दी गई है। इसके आधार पर, ईरान की अर्थव्यवस्था दुनिया के 171 अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं से बड़ी है और इस वर्ष केवल 20 देशों की जीडीपी ईरान से अधिक होगी। बता दें कि पोलैंड, थाईलैंड, पाकिस्तान, नीदरलैंड, अर्जेंटीना, दक्षिण अफ़्रीक़ा, संयुक्त अरब इमारात, स्विटज़रलैंड, बेल्जियम, स्वीडन, ऑस्ट्रिया, नॉर्वे, पुर्तगाल, ग्रीस, फिनलैंड और बेलारूस इस साल ईरान की तुलना में छोटी अर्थव्यवस्था वाले देशों में शामिल हैं। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने 2022 में दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में 30074 बिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ चीन की अर्थव्यवस्था की घोषणा की है।