विशेष

तक़िए को क़मर के नीचे रखें, जल्दबाज़ी से बचें…कुछ लड़कियों और औरतों द्वारा संचालित गंदा-धंधा……

Maahi Jaiswal

via : facebook
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❤️‍🔥धंधा है -पर- गंदा है❤️‍🔥
कुछ लड़कियों और औरतों द्वारा संचालित…
आजकल एक नया व्यवसाय बहुत तेजी से फल फूल रहा है…
जिसमें ना तो कोई लागत लगती है और
ना ही विशेष ड्रेस कोड अथवा यूनिफॉर्म की जरूरत है…
ना ही किसी आफिस या दफ्तर खोलने की समस्या..
और…
यह व्यवसाय है….
सेक्स चैट…
सेमी न्यूड वीडियो कालिंग…
फुल न्यूड वीडियो कालिंग…
और फिर “ब्लैकमेलिंग”


इस धंधे/व्यवसाय…जी हां हम बार बार इस असामाजिक कृत्य को धंधा/व्यवसाय ही कहेंगे क्योंकि इसके जरिए कमाई कर रही है स्त्रियां…
इस धंधे के प्रचार के लिए पहले अनगिनत लोगों के मैसेंजर और इनबाक्स में मैसेज भेजे जाते हैं कि मुझसे चाहे जैसी सेक्सी बात करो , बस भुगतान करो..
कुछ खास मेहनत नहीं करनी पड़ती हैं इस धंधे से जुड़ी स्त्रियों को…बस एकांत वाला कमरा चाहिए या कोई बाथरूम…
जहां वो किसी अंजान पुरुष या स्त्री से अश्लील बातें करके 100/200 रूपए वसूल सकें…. बिकनी ( ब्रा-पैंटी) में या पूर्ण निर्वस्त्र होकर, वीडियो काल पर बात करके Paytm के जरिए 300/500 वसूल सकें…


अब यदि कोई इनके जाल में फंस गया तो ये उस शख्स की बातों का स्क्रीनशॉट और रिकार्डिंग भी कर लेती हैं,
फिर शुरू होती है…
….ब्लैकमेलिंग…
अब आप सभी यह कहकर अपना पल्ला मत झाड़ लीजिएगा कि हमसे क्या मतलब…ना तो हमारे घर के पुरूष ऐसे हैं और ना हमारी घर की स्त्रियां और ना हम ऐसे हैं…मत भूलिए कि हम सबके बच्चों के हाथ में आनलाइन पढ़ाई के चलते हुए अब मोबाईल है और हम सबके मैसेंजर पर भी ऐसे मैसेज आए दिन आते रहते हैं…!!


आश्चर्यजनक बात तो यह है कि हमारी और आपकी जनहित या सामाजिक मुद्दों पर आधारित पोस्ट पर Community standard का हवाला देते हुए आइडी ब्लाक कर दी जाती है…मगर ऐसे खुलेआम अपने निजी अंगों को दिखाने और अश्लीलता बातों और लेखों वालियों/वालों की आइडी चलती रहती है…!!
आखिर हमारे देश के संस्कृति के रक्षक, साइबर एक्सपर्ट और नारी सशक्तिकरण के संरक्षक अथवा स्त्रीत्व का महिमा मंडन करने वाले… कैसे धृतराष्ट्र बने बैठे हुए हैं..!!
विचार करिए, चिंतन करिए…और ऐसे लोगों की आइडी पर रिपोर्ट दर्ज कराइए..!!
खुलकर विरोध करिए क्योंकि…सवाल है देश की बेटियों का, कुछ बहक गई है तो कुछ बहकाई जा रही हैं। साभार..


हम राही
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लगता है,बूढ़े को पैसों की ज़रूरत आ पड़ी है, वर्ना यहाँ कौन आने वाला था…
अपने पेट का गड्ढ़ा भरता नहीं,घरवालों का कहाँ से भरोगे ?
मैं नज़रें बचाकर दूसरी ओर देखने लगा।पिताजी नल पर हाथ-मुँह धोकर
सफ़र,, की थकान दूर कर रहे थे।इस बार मेरा हाथ कुछ ज्यादा ही तंग हो गया।
बड़े बेटे का जूता फट चुका है वह स्कूल जाते वक्त रोज भुनभुनाता है।
पत्नी के इलाज के लिए पूरी दवाइयाँ नहीं खरीदी जा सकीं।
बाबूजी को भी अभी आना था घर में बोझिल “चुप्पी” पसरी हुई थी खाना खा चुकने पर,, पिताजी ने
मुझे पास बैठने का इशारा किया।
मैं शंकित था कि कोई आर्थिक समस्या लेकर आये होंगे.
पिताजी कुर्सी पर उठ कर बैठ गए एकदम बेफिक्र…!!!
“ सुनो ” कहकर उन्होंने मेरा ध्यान अपनी ओर खींचा।
मैं सांस रोक कर उनके मुँह की ओर देखने लगा।
रोम-रोम कान बनकर,,अगला वाक्य सुनने के लिए चौकन्ना था।वे बोले…
“ खेती के काम में घड़ी भर भी फुर्सत नहीं मिलती।
इस बखत काम का जोर है।रात की गाड़ी से वापस जाऊँगा।
तीन महीने से तुम्हारी कोई चिट्ठी तक नहीं मिली…
जब तुम परेशान होते हो, तभी ऐसा करते हो।
उन्होंने जेब से सौ-सौ के पचास नोट निकालकर

मेरी तरफ बढ़ा दिए, “रख लो।तुम्हारे काम आएंगे।
धान की फसल अच्छी हो गई थी।घर में कोई दिक्कत नहीं है तुम बहुत कमजोर लग रहे हो।
ढंग से खाया-पिया करो बहू का भी ध्यान रखो।
मैं कुछ नहीं बोल पाया।शब्द जैसे मेरे हलक मे फंस कर रह गये हों ।
मैं कुछ कहता
इससे पूर्व ही पिताजी ने प्यार से डांटा
“ले लो, बहुत बड़े हो गये हो क्या ..?”
“ नहीं तो।” मैंने हाथ बढ़ाया।
पिताजी ने नोट मेरी हथेली पर रख दिए।
बरसों पहले पिताजी मुझे स्कूल भेजने के लिए
इसी तरह हथेली पर अठन्नी टिका देते थे,पर तब मेरी नज़रें ..आजकी तरह झुकी नहीं होती थीं।
दोस्तों एक बात हमेशा ध्यान रखे…
माँ बाप अपने बच्चो पर बोझ हो सकते हैं पर
बच्चे उन पर बोझ कभी नही होते है

Anandi Singh
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हम सभी की माँ कहती है, तमाम वेद और ग्रंथ कहते हैं कि….
एक स्त्री का सौन्दर्य उसके पति के लिए होता है, फिर मुझे आज तक ये समझ नहीं आयी कि ये स्त्रियाँ अपना नग्न शरीर अपने पति के अलावा.किसको और क्यूँ और किस लिए दिखाती हैं??
हमारे धर्म में तो अपने पति परमेश्वर के अलावा गैर पुरुष के लिए प्रेम होना या सोचना भी पाप माना जाता है या अपने पति के अलावा गैर से नजरें मिलाना भी हमारे लिए पाप है।
लड़कियो के अनावश्यक नग्नता वाली पोशाक में घूमने पर तर्क है, इन कपड़ो के पीछे कुछ लड़किया कहती है कि हम क्या पहनेगे ये हम तय करेंगे, पुरुष नहीं…..जी बहुत अच्छी बात है, आप ही तय करे, लेकिन कुछ पुरुष भी कहते है हम किस लड़कियों का सम्मान/मदद करेंगे ये भी हम तय करेंगे, स्त्रियां नहीं, और हम किसी का सम्मान नहीं करेंगे इसका अर्थ ये नहीं कि हम उसका अपमान करेंगे।
फिर कुछ विवेकहीन लड़किया कहती है कि हमें आज़ादी है अपनी ज़िन्दगी जीने की,
जी बिल्कुल आज़ादी है,ऐसी आज़ादी सबको मिले, व्यक्ति को चरस गंजा ड्रग्स ब्राउन शुगर लेने की आज़ादी हो, खुलेआम शराब पीने और मांस खाने की आज़ादी हो, वैश्यालय जाने और खोलने की आज़ादी हो, हर तरफ से व्यक्ति को आज़ादी हो फिर हमें औरतो से क्या समस्या है??
लड़को को संस्कारो का पाठ पढ़ाने वाला कुंठित स्त्री समुदाय क्या इस बात का उत्तर देगी, की क्या भारतीय परम्परा में ये बात शोभा देती है की एक लड़की अपने भाई या पिता के आगे और सार्वजनिक स्थलों पर अपने निजी अंगो का प्रदर्शन बेशर्मी से करे???
क्या ये लड़कियां भी पराए पुरुषो को भाई/पिता की नज़र से देखती है ???
जब ये खुद पुरुषो को भाई/पिता की नज़र से नहीं देखती तो फिर खुद किस अधिकार से ये कहती है की “हमें माँ/बहन की नज़र से देखो??
कौन सी माँ बहन अपने भाई बेटे के आगे नंगी होती है?? भारत में तो ऐसा कभी नहीं होता था। सत्य ये है की अश्लीलता को किसी भी दृष्टिकोण से सही नहीं ठहराया जा सकता। ये कम उम्र के बच्चों को यौन अपराधो की तरफ ले जाने वाली एक नशे की दूकान है और इसका उत्पादन स्त्री समुदाय करती है। ये एक कड़ुआ सच है।
मष्तिष्क विज्ञान के अनुसार 4 तरह के नशो में एक नशा अश्लीलता भी है। चाणक्य ने चाणक्य सूत्र में सेक्स को सबसे बड़ा नशा और बीमारी बताया है। अगर ये नग्नता आधुनिकता का प्रतीक है तो फिर पूरी नग्न होकर स्त्रिया, अत्याधुनिकता का परिचय क्यों नहीं देती??
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गली गली और हर मोहल्ले में जिस तरह शराब की दुकान खोल देने पर बच्चों पर इसका बुरा प्रभाव पड़ता है उसी तरह अश्लीलता, समाज में यौन अपराधो को जन्म देती है।
विचार करिए…🙏
जय हिंद 🇮🇳

क्या पुरुषों में मेनोपॉज होता है?

पुरुष रजोनिवृत्ति यानी male menopause, जिसे एंड्रोपॉज़ के नाम से भी जाना जाता है,उम्र बढ़ने की साथ पुरुष शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में धीरे-धीरे गिरावट से आती है।
यह बदलाव थकान, मांसपेशियों की हानि, मूड में बदलाव, नींद की समस्या और सेक्स ड्राइव में कमी सहित कई तरह के लक्षणों के साथ दिख सकती है।
हालाँकि पुरुष रजोनिवृत्ति महिला रजोनिवृत्ति जितनी स्पष्ट नहीं होती है, फिर भी यह पुरुष के जीवन की गुणवत्ता पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।
इसके अस्तित्व के बारे में जागरूक होना और आवश्यक होने पर चिकित्सा सहायता लेना महत्वपूर्ण है।
Testosterone level सही रहे उसके लिए यह करे
– नेचुरल फूड की मात्रा बढ़ाएं जैसे खजूर, मेवे, पूरे अनाज, सलाद, मीट इत्यादि
– धूप में चले, इससे चलना और धूप खाना एक ही समय में हो जायेगा
– coco powder यानी चॉकलेट को कुछ हद तक शामिल करे
– अश्वगंधा, पालक, लस्सन अच्छे ऑप्शन है।
– कसरत करे


पेनफुल सेक्स से बचने में मिलती है मदद

अधिकतर महिलाओं को पहली बार सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। मगर सेक्स के दौरान प्लेजर को भूलकर दर्द के बारे में सोचना सेक्सुअल लाइफ के लिए नुकसानदायक साबित होने लगता है

महिलाओं को अक्सर पेनिट्रेटिव सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। हांलाकि ये दर्द कई कारणों से हो सकता है। मगर सेक्स के दौरान प्लेजर को भूलकर दर्द के बारे में सोचना सेक्सुअल लाइफ के लिए नुकसानदायक साबित होने लगता है। अधिकतर महिलाओं को पहली बार सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। मगर धीरे धीरे सेक्स पोज़िशंस को बदलने और फोरप्ले करने से इस समस्या को सुलझाया जा सकता है। जानते हैं कि कैसे शैलो पेनिट्रेशन को अपनाकर पेनफुल सेक्स से बचा जा सकता है।

महिलाओं को पेनफुल सेक्स का सामना क्यों करना पड़ता है
इस बारे में सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद बताती हैं कि वेजाइना एक सीधी टयूब के समान नहीं है। योनि में एक बेण्ड यानि झुकाव आता है, जिससे सेक्स के दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है। इससे राहत पाने के लिए कुछ ऐसी पोज़िशंस को अपनाएं, जिससे वेजाइना थोड़ा सा सीधा हो सके और दर्द से राहत मिल पाएं। इसके अलावा ल्यूब्रिकेंटस की मदद से भी पेनफुल सेक्स की समस्या को सुलझाया जा सकता है। अधिकतर महिलाओं को अपने जीवनकाल में पेनफुल सेक्स का सामना करना पड़ता है। सीमा आनंद बताती हैं कि ये दर्द केवल योनि तक सीमित नहीं रहता है बल्कि कहीं न कहीं दिमाग में बैठ जाता है।

शैलो पेनिट्रेशन किसे कहते हैं
सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद के अनुसार महिलाएं सेक्स से पहले दर्द के बारे में सोचने लगती हैं। इससे उनकी माइंड में प्रैशर बनने लगता है, जिससे योनि और टाइट हो जाती है। ऐसे में प्रवेश प्रणाली में बदलाव लाकर इस दर्द से बचा जा सकता है। इसके लिए ल्यूब लगाकर वेजाइना के बेंण्ड के पास आकर रूक जाएं यानि डीप पेनिट्रेशन न करें। इस विधि को शैलो पेनिट्रेशन कहा जाता है।

इसके अलावा दोनों हाथों से मुट्ठी बनाकर वेजाइना के आसपास रख ले। इससे वेजाइना के अंदर जाने को नियंत्रित किया जा सकता है। शैलो पेनिट्रेशन की मदद से धीरे धीरे महिलाएं मेंटली मज़बूत बनने लगती है। इससे डीप पेनिट्रेशन में मदद मिलती है और पेनफुल सेक्स का समाधान होने लगता है।

इन सेक्स टिप्स की मदद से पेनफुल सेक्स से बचा जा सकता है


1. ल्यूब्रिकेंट का प्रयोग करें
पेनफुल सेक्स से बचने के लिए ल्यूब का अवश्य प्रयोग करें। इससे पेनिट्रेशन आसान हो जाता है। इसके लिए दोनों पार्टनर्स को ल्यूब का इस्तेमाल करना चाहिए, ताकि महिलाओं में सेक्स के दौरान होने वाले दर्द से बचा जा सके। सेक्स के दौरान नेचुरल ल्यूब्रिकेंट का इस्तेमाल करे। इससे एलर्जी के खतरे से बचा जा सकता है।

2. शैलो पेनिट्रेशन अपनाएं
शुरूआत में अक्सर पेनफुल सेक्स के कारण प्लेजर की प्राप्ति नहीं हो पाती है। ऐसे में शैलो पेनिट्रेशन की मदद लें। इसके लिए वेजाइना में डीप जाने की बजाय, जहां तक पेन न हो, वहीं तक इंसर्ट करे। इससे दर्द से बचा जा सकता है। इस दौरान दोनों हाथों को वेजाइना के पास टिकाकर रखें, ताकि दर्द को नियंत्रित किया जा सके।

3. तकिए को कमर के नीचे रखें

सेक्सुअल हेल्थ एजुकेटर सीमा आनंद बताती हैं कि मिशनरी पोजीशन की मदद से पेनिट्रेशन के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसके लिए तकिए को कमर के नीचे टिकाकर आरामदायक पोज़िशन में आएं और फिर ल्यूब का प्रयोग करें और शैलो पेनिट्रेशन से शुरूआत करें।

4. जल्दबाज़ी से बचें
पेनिट्रेशन के लिए जल्दबाज़ी करना दर्द का कारण बनने लगता है। दरअसल वेजाइना में अप्स एंड डाउन महसूस होने लगते हैं। ऐसे में योनि में डीप पेनिट्रेशन दर्द का कारण साबित होती है। जहां तक खुद को रिलैक्स महसूस करें, वहीं तक पेनिट्रेट करें।

डिस्क्लेमर : लेखक के निजी विचार और जानकारियां हैं, तीसरी जंग का कोई सरोकार नहीं है