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ट्रम्प ने अमेरिकी DEEP STATE को हिला दिया, ट्रम्प के एक आदेश से मचा हड़कंप : रिपोर्ट

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी समेत 3 बड़ी हस्तियों की हत्या संबंधित फाइलें खोलने का आदेश दिया है।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी समेत 3 बड़ी हस्तियों की हत्या संबंधित फाइलें खोलने का आदेश दिया है।

अमेरिका के सबसे यंग राष्ट्रपति कहे जाने वाले जॉन एफ कैनेडी की उनके पद पर रहते हुए ही आज से करीब 62 साल पहले हत्या कर दी गई थी।
पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या तब हुई, जब वह अपने ऑफिस में 1000वें दिन जा रहे थे, तभी टेक्सास में उनकी हत्या कर दी गई।

अमेरिका के सबसे यंग राष्ट्रपति कहे जाने वाले जॉन एफ कैनेडी की उनके पद पर रहते हुए ही आज से करीब 62 साल पहले हत्या कर दी गई थी।

पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या तब हुई, जब वह अपने ऑफिस में 1000वें दिन जा रहे थे, तभी टेक्सास में उनकी हत्या कर दी गई।

पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या तब हुई, जब वह अपने ऑफिस में 1000वें दिन जा रहे थे, तभी टेक्सास में उनकी हत्या कर दी गई।

अपने राष्ट्रपति की हत्या से अमेरिका हिल गया। मगर इस हत्या का राज आज तक खोला नहीं जा सका।

अपने राष्ट्रपति की हत्या से अमेरिका हिल गया। मगर इस हत्या का राज आज तक खोला नहीं जा सका।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव के दौरान ही कहा था कि यदि वह राष्ट्रपति बनते हैं तो जॉन एफ कैनेडी की फाइलों को सार्वजनिक करेंगे।

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव के दौरान ही कहा था कि यदि वह राष्ट्रपति बनते हैं तो जॉन एफ कैनेडी की फाइलों को सार्वजनिक करेंगे।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी, सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी और नागरिक अधिकार के पैरोकार मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्याओं से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी, सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी और नागरिक अधिकार के पैरोकार मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्याओं से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी, सीनेटर रॉबर्ट एफ कैनेडी और नागरिक अधिकार के पैरोकार मार्टिन लूथर किंग जूनियर की हत्याओं से संबंधित फाइलों को सार्वजनिक करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी लोगों के बीच जेएफके के नाम से लोकप्रिय थे। पीड़ितों के परिवार और अमेरिकी जनता को इन हत्याओं के बारे में सच्चाई जानने के हक पर जोर देते हुए कार्यकारी आदेश राष्ट्रीय खुफिया निदेशक को निर्देश देता है कि वह जॉन एफ.

कैनेडी की हत्या के सभी रिकॉर्डों को “सम्पूर्ण रूप से जारी” करने के लिए 15 दिनों के भीतर एक योजना प्रस्तुत करें।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी लोगों के बीच जेएफके के नाम से लोकप्रिय थे। पीड़ितों के परिवार और अमेरिकी जनता को इन हत्याओं के बारे में सच्चाई जानने के हक पर जोर देते हुए कार्यकारी आदेश राष्ट्रीय खुफिया निदेशक को निर्देश देता है कि वह जॉन एफ.

कैनेडी की हत्या के सभी रिकॉर्डों को “सम्पूर्ण रूप से जारी” करने के लिए 15 दिनों के भीतर एक योजना प्रस्तुत करें।

राष्ट्रीय खुफिया निदेशक को रॉबर्ट एफ.कैनेडी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर हत्याकांड के अभिलेखों की तत्काल समीक्षा करने तथा 45 दिनों के भीतर उनके पूर्ण खुलासे के लिए एक योजना प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है।

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी लोगों के बीच जेएफके के नाम से लोकप्रिय थे। पीड़ितों के परिवार और अमेरिकी जनता को इन हत्याओं के बारे में सच्चाई जानने के हक पर जोर देते हुए कार्यकारी आदेश राष्ट्रीय खुफिया निदेशक को निर्देश देता है कि वह जॉन एफ. कैनेडी की हत्या के सभी रिकॉर्डों को “सम्पूर्ण रूप से जारी” करने के लिए 15 दिनों के भीतर एक योजना प्रस्तुत करें।

आदेश में कहा गया कि जॉन एफ.

कैनेडी के अभिलेखों को रोके रखना बहुत समय से लंबित था और यह जनहित में नहीं था। राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की फाइलों को सार्वजनिक करना ट्रंप के चुनावी वादों का हिस्सा था।
राष्ट्रीय खुफिया निदेशक को रॉबर्ट एफ.कैनेडी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर हत्याकांड के अभिलेखों की तत्काल समीक्षा करने तथा 45 दिनों के भीतर उनके पूर्ण खुलासे के लिए एक योजना प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है।

राष्ट्रीय खुफिया निदेशक को रॉबर्ट एफ.कैनेडी और मार्टिन लूथर किंग जूनियर हत्याकांड के अभिलेखों की तत्काल समीक्षा करने तथा 45 दिनों के भीतर उनके पूर्ण खुलासे के लिए एक योजना प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया गया है।

आदेश में कहा गया कि जॉन एफ.

कैनेडी के अभिलेखों को रोके रखना बहुत समय से लंबित था और यह जनहित में नहीं था। राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की फाइलों को सार्वजनिक करना ट्रंप के चुनावी वादों का हिस्सा था।

आदेश में कहा गया कि जॉन एफ. कैनेडी के अभिलेखों को रोके रखना बहुत समय से लंबित था और यह जनहित में नहीं था। राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की हत्या की फाइलों को सार्वजनिक करना ट्रंप के चुनावी वादों का हिस्सा था।

Alex Jones
@RealAlexJones

🚨BREAKING: Trump Has Signed An Executive Order To Declassify The JFK, RFK, and MLK Jr. Files And Requested The Pen He Used Be Given To RFK Jr.

जॉन एफ॰ केनेडी

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अमेरिका के ३५वे राष्ट्रपति

पद बहाल –जनवरी 20, 1961 – नवंबर 22, 1963
उप राष्ट्रपति-  लिंडन बी जॉनसन
पूर्वा धिकारी – ड्वाइट डी एस्न्होवर
उत्तरा धिकारी – लिंडन बी जॉनसन

पद बहाल – जनवरी 3, 1953 – दिसंबर 22, 1960
पूर्वा धिकारी – हेनरी काबोट लौज
उत्तरा धिकारी – बेंजामिन स्मिथ
सदस्य U.S. हाउस के प्रतिनिधि
मैसाचुसेट्स’s ११वा जिले

पद बहाल
जनवरी 3, 1947 – जनवरी 3, 1953
पूर्वा धिकारी जेम्स कर्लर
उत्तरा धिकारी टिप ओ’नील

जन्म 29 मई 1917
ब्रुकलीन, मैसाचुसेट्स, अमेरिका
मृत्यु नवम्बर 22, 1963 (उम्र 46 वर्ष)
डलास, टेक्सास, अमेरिका
जन्म का नाम जॉन फ़िट्ज़गेराल्ड केनेडी
राजनीतिक दल डेमोक्रेटिक पार्टी
जीवन संगी जैकलिन बौवियर
बच्चे * एराबेला (1956)
कैरोलाइन बी. (b. 1957)
जॉन एफ़. जूनियर (1960–1999)
पैट्रिक बी. (1963)
शैक्षिक सम्बद्धता हार्वर्ड विश्वविद्यालय
पेशा राजनेता
धर्म कैथोलिक
पुरस्कार/सम्मान * नेवी एंड मरीन कॉर्प्स मेडल

 

सैन्य सेवा
निष्ठा अमेरिका
सेवा/शाखा अमरीकी नौसेना
सेवा काल 1941–1945
पद लेफ्टिनेंट
एकक मोटर तोर्पिदो जहाज़ पि.टी-109
लड़ाइयां/युद्ध * द्वितीय विश्व युद्ध
सोलोमोन आइलैंड युद्ध

जॉन फ़िट्ज़गेराल्ड “जैक” केनेडी (अंग्रेज़ी: John Fitzgerald “Jack” Kennedy) अमेरिका के 35वें राष्ट्रपति थे जिन्होने 1961 से शासन सम्भाला था जिसके दौरान 1963 में उनकी हत्या कर दी गई।

 

 

सेना में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मोटर तॉरपिडो जहाज़ों के कमांडर पद के बाद केनेडी ने 1947-1953 के बीच मैसेचुसेट के 11वें जिले के प्रतिनिधी की भूमिका संभाली। इसके बाद उन्होने अमरिकी सेनेट में 1953-1960 तक कार्य किया। बाद में केनेडी ने उस वक्त के उप-राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन को 1960 के राष्ट्रपति चुनाव में हरा दिया और थियोडोर रूज़वेल्ट के बाद 43 की उम्र में दुसरे सबसे कम उम्र के राष्ट्रपति बन गए। वे 20वी सदी के सबसे पहले राष्ट्रपति भी थे। केनेडी एकमात्र ऐसे कैथोलिक राष्ट्रपति है जिन्हे पुलित्ज़र पुरस्कार से नवाज़ा गया है। उनके शासन के दौरान हुई घटनाओं में पिग्स की खाड़ी का अधिग्रहण, क्यूबा प्रक्षेपास्त्र की मुश्किलें, बर्लिन की दीवार का निर्माण, अन्तरिक्ष होड़, अफ़्रीकी अमरीकी मानव अधिकारों की हलचल व वियतनाम युद्ध की शुरुआत प्रमुख है।

22 नवम्बर 1963 को डैलस, टेक्सास में केनेडी की हत्या कर दी गई थी। इस जुर्म के लिए ली हार्वी ऑस्वाल्ड पर आरोप लगाया गया था परन्तु इससे पहले की उस पर मुकदमा चलाया जा सके, आरोप लगने के दो दिन बाद ही जैक रूबी ने उसकी गोली मार कर हत्या कर दी। एफ बी आई, वॉरेन कमीशन और हाउस सिलेक्ट कमिटी ऑन असैसिनेशन ने आधिकारिक तौर पर यह निष्कर्ष पेश किया की ऑस्वाल्ड एकमेव हत्यारा था। आज केनेडी जनता के विचारों की रेटिंग में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपतियों में सबसे ऊँचे क्रमांक पर है।

अब्राहम लिंकन

अब्राहम लिंकन (१२ फरवरी, १८०९ – १५ अप्रैल १८६५) अमेरिका के सोलहवें राष्ट्रपति थे। इनका कार्यकाल १८६१ से १८६५ तक था। ये रिपब्लिकन पार्टी से थे। उन्होने अमेरिका को उसके सबसे बड़े संकट – गृहयुद्ध (अमेरिकी गृहयुद्ध) से पार लगाया। अमेरिका में दास प्रथा के अंत का श्रेय लिंकन को ही जाता है।

अब्राहम लिंकन का जन्म एक गरीब परिवार में हुआ था। उनके पूर्वज इंग्लैंड से आए थे, और वह एक अंग्रेज सैमुअल लिंकन के वंशज थे, जो मैसाचुसेट्स के ब्रिटिश अमेरिकी उपनिवेश में चले गए थे। वे प्रथम रिपब्लिकन थे जो अमेरिका के राष्ट्रपति बने। अब्राहम लिंकन के पिता का नाम थॉमस लिंकन था. उसके पहले वे एक वकील, इलिअन्स स्टेट के विधायक (लेजिस्लेटर), अमेरिका के हाउस ऑफ् रिप्रेस्न्टेटिव्स के सदस्य थे। वे दो बार सीनेट के चुनाव में असफल भी हुए।

Assassination of President Abraham Lincoln

On the evening of April 14, 1865, while attending a special performance of the comedy, “Our American Cousin,” President Abraham Lincoln was shot. Accompanying him at Ford’s Theatre that night were his wife, Mary Todd Lincoln, a twenty-eight year-old officer named Major Henry R. Rathbone, and Rathbone’s fiancée, Clara Harris. After the play was in progress, a figure with a drawn derringer pistol stepped into the presidential box, aimed, and fired. The president slumped forward.

The assassin, John Wilkes Booth, dropped the pistol and waved a dagger. Rathbone lunged at him, and though slashed in the arm, forced the killer to the railing. Booth leapt from the balcony and caught the spur of his left boot on a flag draped over the rail, and broke a bone in his leg on landing. Though injured, he rushed out the back door, and disappeared into the night on horseback.

A doctor in the audience, Dr. Charles Leale, immediately went upstairs to the box. The bullet had entered through Lincoln’s left ear and lodged behind his right eye. He was paralyzed and barely breathing. He was carried across Tenth Street, to a boarding-house opposite the theater, but the doctors’ best efforts failed. Nine hours later, at 7:22 a.m. on April 15th, Lincoln died.

At almost the same moment Booth fired the fatal shot, his accomplice, Lewis Powell (alias Lewis Paine, Lewis Payne), attacked Lincoln’s secretary of state, William Henry Seward, at his home on Lafayette Square. Seward lay in bed, recovering from a carriage accident. Powell entered the mansion, claiming to have a delivery of medicine from the secretary’s doctor. Seward’s son, Frederick, was brutally beaten while trying to keep Powell from his father’s door. Powell slashed the secretary’s throat twice, then fought his way past Seward’s son Augustus, an attending hospital corps veteran, and a State Department messenger.

Powell escaped into the night, believing his deed complete. However, a metal surgical collar saved Seward from certain death. The secretary lived another seven years, during which he retained his seat with the Johnson administration, and purchased Alaska from Russia in 1867.

There were at least four conspirators in addition to Booth involved in the mayhem. Booth was shot and captured while hiding in a barn near Bowling Green, Virginia, and died later the same day, April 26, 1865. Four co-conspirators, Powell, George Atzerodt, David Herold, and Mary Surratt, were hanged at the gallows of the Old Penitentiary, on the site of present-day Fort McNair, on July 7, 1865.

अब्राहम लिंकन (1809-1865)

सामान्य परिचय

अब्राहम लिंकन का जन्म 12 फरवरी, 1809 को अमेरिका के केंटकी प्रांत के एक गाँव में हुआ था।
अब्राहम लिंकन विलक्षण प्रतिभा के धनी व्यक्तित्व और अति प्रेरणादायी थे।
उनके माता-पिता की बचपन में ही मृत्यु हो गई थी जिसके बाद लिंकन की देखभाल उनकी बड़ी बहन ने की ।
वे एक साल से भी कम अवधि की स्कूली शिक्षा ग्रहण कर सके एवं कार्य का दबाव बहुत अधिक होने के बावजूद उन्हों
सेना में कप्तानी एवं पोस्टमास्टर की नौकरी के दौरान उन्होंने स्थानीय सभा का चुनाव लड़ा, लेकिन वे हार गए। परंतु 1834 में पुन: चुनाव में उनकी जीत हुई तथा वे लगातार 3 बार चुनाव जीते।

अब्राहम लिंकन के कार्य
अब्राहम लिंकन को अपनी सरलता, करुणा, दयालुता के साथ दासों को सामान्य जन की गरिमा दिलाने हेतु संघर्ष करने और उसमें विजयी होने तथा अमेरिकी गृह-युद्ध को समाप्त करके शांति स्थापित करने के लिये जाना जाता है।

वस्तुत: अपने काम के दौरान की गई यात्राओं के समय उन्होंने नीग्रो (काले) लोगों को जंजीरों से बँधे एवं कोडों से पिटते तथा गुलाम बनाई गई महिलाओं को जबरन बेच जाते देखा था ।
उपर्युक्त घटनाओं ने लिंकन के मन को गहराई तक प्रभावित किया तथा उनके मन में दास प्रथा के विरुद्ध गहरी धारणा बन गई।

अमेरिका में 1830 में दास प्रथा की समाप्ति के लिये आंदोलन प्रारंभ हो गया और अब्राहम लिंकन भी इस आंदोलन के समर्थक थे।

गौरतलब है कि 1848-1854 के दौरान अपनी वकालत के पेशे पर अधिक ध्यान देने के कारण वे राजनीति से दूर रहे।

बाद में उन्होंने पुन: और अधिक प्रबुद्धता एवं अनुभव के साथ राजनीति में प्रवेश किया।
1854 में उन्होंने रिपब्लिकन दल के निर्माता के रूप में प्रवेश किया। यह दल दास प्रथा का विरोधी था।

1858 में लिंकन ने राष्ट्रपति पद हेतु नामांकन की चर्चा करते समय कहा था ‘‘मैं अपने आप को राष्ट्रपति पद के योग्य नहीं समझता।’’

अपने सरल भाषणों के बल पर वे लोगों को आकर्षित एवं प्रभावित करने में सफल रहे। परिणामस्वरूप 1860 में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीतने में सफलता हासिल की।

उनके प्रयासों के फलस्वरूप 31 जनवरी, 1865 को प्रतिनिधि सभा ने सीनेट द्वारा पूर्ववर्ती पारित दास प्रथा को रोकने हेतु वैधानिक संशोधन को स्वीकार किया।

4 मार्च, 1865 को वे पुन: अमेरिका के राष्ट्रपति चुने गए, परंतु 14 अप्रैल, 1865 को नाटक देखने के दौरान एक रंगवर्गी ने नस्लीय घृणा के वशीभूत होकर लिंकन की गोली मारकर हत्या कर दी।

अब्राहम लिंकन के जीवन से मिलने वाली शिक्षाएँ:

अब्राहम लिंकन लोकतंत्र के हिमायती एवं सभी को समान अधिकार दिलाने के समर्थक थे। उन्होंने कहा था ‘‘प्रजातंत्र जनता की, जनता के द्वारा, और जनता के लिये बनाई गई शासन व्यवस्था है।’’

अर्थात् लोकतंत्र का गठन जनता के द्वारा ही किया जाता है तथा उसे यह अधिकार है कि कुशल लोकतांत्रिक देश की स्थापना हेतु वह समाज के हित में चर्चा करे।

उनका मानना था कि किसी भी कार्य को करने से पहले हमें उस कार्य के प्रति मज़बूत इरादों वाला और कुशल बनना चाहिये ताकि कठिन कार्य को भी सरलता से किया जा सके।

इसी संदर्भ में उन्होंने कहा था कि ‘‘यदि मुझे एक पेड़ काटने के लिये 6 घंटे दिये जाएँ तो मैं पहले 4 घंटे अपनी कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाऊँगा।’’

लिंकन अपने कार्य के प्रति हमेशा सजग रहने की प्रेरणा देते थे । उनका कहना था कि यदि कोई भी व्यक्ति अपने कार्य को ईमानदारी और निरंतरता के साथ करता है तो एक न एक दिन वह अपने लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करता है।

निष्कर्षत: अब्राहम लिंकन हमें कठोर परिश्रम करने, ईमानदारी एवं कर्त्तव्यनिष्ठापूर्वक अपने कार्य को करते रहने तथा आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देते हैं। उनके विचार एवं कार्य आज भी प्रेरणास्रोत हैं।

अमेरिका के वो राष्ट्रपति जिनकी हत्या हुई

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