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#दाग़_अच्छे_हैं….कमियों को भरने की यह प्रक्रिया हमारे दुख का कारण है!
मनस्वी अपर्णा =============== #दाग़_अच्छे_हैं मेरे एक पुराने मित्र हैं जो एक आईएएस अधिकारी हैं… उनके साथ मेरी मैत्री बिलकुल ही अप्रासंगिक सी है क्यूंकि हमारा background बिल्कुल जुदा है, फिर भी मित्रता है…. उन से अक्सर मैंने ज्योतिष physics और human anatomy पर काफी चर्चाएं की हैं, ज़ाहिरा तौर पर उनके पास किसी भी विषय […]
जब स्कूल की पुरानी मैडम ने चपरासी को ओए कह के बुलाया, तो…
बुड़बक का पन्ना ========= जब स्कूल की पुरानी मैडम ने चपरासी को ओए कह के बुलाया, तो नई मैडम को उस चपरासी पर बड़ा तरस आया… बोली लोग जाने कहाँ से पढ़ कर आ जाते हैं भला ओए कहकर किसी को कभी बुलाते हैं ? फिर वो चपरासी से बोली सुनो, मैं शिष्टाचार निभाऊँगी तुम्हें […]
वो समय ज़्यादा नहीं बीता है लेकिन बाबू जी की कही बातें और अंदेशे अब एकदम सही हो गए हैं : अरूणिमा सिंह की रचना ”दुल्हिन” पढ़िये!
अरूणिमा सिंह =============== दुल्हिन! बांह भर चूड़ियां, बिछिया, पायल और महावार से सजे पांव, सीधी मांग काढ़कर पूरी मांग में चमकता सिंदूरी रंग सिंदूर, धनुष जैसी दोनों भौंहों के बीच मध्यम आकार की चमकती लाल टिकुली, बड़ी बड़ी आंखों में लगा गहरा सुरमा, सीधे पल्ले की बड़े ही सलीके से पहली साड़ी और ठोड़ी तक […]