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“तुम्हें अकेले जीने की आदत डालनी ही होगी”
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ======= आज वृंदा को चैन की सांस आई है. आज उसे एक लम्बे अरसे के बाद सुकून मिला है. कितनी जद्दोज़ेहद करनी पड़ी है उसे अपनी बेटी को यहा लाने में. उफ़! दो बरस की लम्बी लड़ाई के बाद अन्ततः वह सफल हो ही गई, वरना श्रेष्ठा को मना लेना क्या आसान […]
बैत उक़बा से साज़िश ए क़त्ल तक
Shams Bond =============== #ختم_رسل (٢٧) 🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀 ⭐बैत उक़बा से साज़िश ए क़त्ल तक⭐ ज़माना भी हज का करीब आ गया फिर कमर कस के रब्ब का #हबीब आ गया फिर ख़ुदा के दुहुल का नकीब आ गया फिर कि बातिल का कुहन: रकीब आ गया फिर हुआ जब कबीले में #ख़ज़रज का चर्चा तो यज़रिब […]
“अम्मा….आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है”
Rishi Kumar Pandey =================== *अनजान से आत्मिक स्नेह* “अम्मा!.आपके बेटे ने मनीआर्डर भेजा है।” डाकिया बाबू ने अम्मा को देखते अपनी साईकिल रोक दी। अपने आंखों पर चढ़े चश्मे को उतार आंचल से साफ कर वापस पहनती अम्मा की बूढ़ी आंखों में अचानक एक चमक सी आ गई.. “बेटा!.पहले जरा बात करवा दो।” अम्मा ने […]