उत्तर प्रदेश राज्य

#जौनपुर : शिक्षा की गुणवत्ता राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता को सहायक अध्यापक द्वारा लगाया जा रहा हैं पलीता : मनीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट

Manish Srivastav
==========
शिक्षा की गुणवत्ता राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता को सहायक अध्यापक द्वारा लगाया जा रहा हैं पलीता,
विद्यालय में सहायक अध्यापक द्वारा छात्रों से कूड़ा उठवाने का वीडियो हुआ वायरल,

जौनपुर जिले के सिरकोनी ब्लॉक अंतर्गत पूर्व माध्यमिक विद्यालय नेहरू नगर के सहायक अध्यापक द्वारा 05 दिसम्बर सोमवार को विद्यालय के छात्रों को छड़ी की हनक दिखाते हुए छात्रों से विद्यालय गेट के बाहर का कूड़ा कचरा उठवाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से हुआ वायरस। बता दे कि योगी आदित्यनाथ जब से प्रदेश के मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हुए हैं तब से निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में गंभीरता से ध्यान दिए हैं जिसके तहत लगातार आँपरेशन कायाकल्प से प्रायमरी से लेकर बेसिक शिक्षा का कायाकल्प किया गया है। प्रदेश सरकार के आँपरेशन कायाकल्प पर पूरी तरह से पानी फेरता जिले का माध्यमिक विद्यालय नेहरू नगर विकास खण्ड सिरकोनी ब्लाक का यह विद्यालय जहाँ स्पष्ट रूप से नन्हें मुन्ने छात्र सहायक अध्यापक की छड़ी के डर से अपने गुरु जी के आदेशों का बखूबी से पालन करते हुए कूड़ा कचरा साफ करते हुए फेकते नजर आ रहे हैं। माता पिता अपने बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए प्रदेश सरकार की शिक्षा मुहिम पढ़ेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया, के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए अपने बच्चों को शिक्षित करने के लिए विद्यालय भेज रहे हैं जहाँ उनका उज्जवल भविष्य बनेगा और उन्हें बेहतर शिक्षा मिलेगी। किन्तु उन मासूम बच्चों के अभिभावकों को क्या पता कि उनके बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए उनके विद्यालय के उनके गुरूजी उन्हें हाथ में कलम कापी की जगह फरसा कूदार और झाड़ू थमा देंगे।

विद्यालय में बच्चों से कचरा उठवाया जा रहा हैं इस बात की जानकारी बच्चों के अभिभावकों को हुई तो वह सभी काफी क्रोधित हुए। अभिभावकों का कहना है कि स्कूल के प्रधानाध्यपक महोदय हमारे बच्चों को पढ़ाने के बजाय उनसे कूड़ा उठवा रहे हैं। वहीं विद्यालय में साफ सफाई का कार्य सफाईकर्मी नही करते, उन सफाईकर्मियों को कभी साफ सफाई के लिए क्यों नही कहा गया। छात्र विद्यालय में पढ़ने गए है या सफाई का काम करने गए हैं। इस बारे में जब खण्ड शिक्षा अधिकारी के मोबाइल पर फोन किया गया तो उनका फोन नही उठा। जब इसकी जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. गोरखनाथ पटेल को दी गयी तब उन्होंने कहा कि अगर ऐसा किया गया है तो उसपर विधि के अनुसार कार्यवाही की जाएगी। वहीं विद्यालय में बच्चों से कूड़ा कचरा उठवाने के साथ साफ सफाई की इस घटना से पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना है।सफाईकर्मी भी अब लोगों के निशाने पर है। क्योंकि विद्यालय में अगर छात्र कूड़ा कचरा उठा रहें है तो यह बहुत ही गलत है। अब देखने की बात यह हैं कि उक्त विद्यालय के जिम्मेदारों द्वारा बच्चों से कूड़ा कचरा उठवाने पर क्या कार्यवाही होती हैं??