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अब आ रहे हो? बच्चे की भी चिंता नहीं है तुम्हें…
DIl ki awaaz /दिल की आवाज · ================ रात के आठ बजनेवाले थे. श्रीयंत सड़क की भीड़ से उलझा हुआ कार ड्राइव करता हुआ ऑफिस से घर जा रहा था, पर दिमाग़ में विचारों का घमासान व दिल में भावनाओं की उठापटक जारी थी. ऑफिस में रिनी का फोन आया था कि कियान की तबीयत […]
“क़र्ज़”……जब सुहानी गर्भवती होने पर अपने घर पंजाब जा रही थी…
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= ” कर्ज……. विवाह के दो वर्ष हुए थे जब सुहानी गर्भवती होने पर अपने घर पंजाब जा रही थी …पति शहर से बाहर थे … जिस रिश्ते के भाई को स्टेशन से ट्रेन मे बिठाने को कहा था वो लेट होती ट्रेन की वजह से रुकने में मूड में नहीं था […]
‘‘बहू….बाथरूम में दो दिन से तुम्हारे कपड़े पड़े है…
विवेक कुमार ================ ‘‘बहू….बाथरूम में दो दिन से तुम्हारे कपड़े पड़े है… उन्हें धो कर फैला तो दो।सुनयना ने आंगन में झाड़ू लगाते हुए कहा।‘‘अच्छा…फैला दूंगी, आप तो मेरे पीछे ही पड़ जाती है।बहू ने अपने कमरे से तेज आवाज में उत्तर दिया।‘‘इस में चिल्लाने की क्या बात है।‘‘चिल्लाने की बात क्यों नहीं है।कपड़े मेरे […]