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जान बोल्टन और माइक पोम्पेयो को क़त्ल करके जनरल क़ासिम सुलैमानी का बदला लेना चाहता था ईरान : रिपोर्ट

अमरीका के न्याय मंत्रालय ने अमरीका के पूर्व विदेश मंत्री माइक पोम्पेयो और पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जान बोल्टन को बताया है कि ईरान की पासदाराने इंक़ेलाब फ़ोर्स का एक कमांडर उन्हें क़त्ल करने की योजना बना रहा था।

न्याय मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमरीकी अदालत को मिले साक्ष्यों के अनुसार ईरानी नागरिक शहराम पूरसाफ़ी जो महदी रेज़ाई के नाम से मशहूर हैं अमरीका के भीतर कुछ लोगों को तीन लाख डालर की रक़म देकर वाशिंग्टन या मैरीलैंड में इन दोनों अधिकारियों को क़त्ल करवारकर जनरल क़ासिम सुलैमानी की हत्या का इंतेक़ाम लेना चाहता था।

अदालत में की गई शिकायत के अनुसार पूरसाफ़ी ने अमरीका में रहने वाले एक व्यक्ति को पैसा देकर कहा कि वह जान बोल्टन की तसवीरें खींचने में मदद करे ताकि इस उसे एक किताब पर छापा जा सके। उस व्यक्ति ने पूर साफ़ी की मदद की बाद में यह बातचीत यहां तक पहुंच गई कि तीन लाख डालर के बदले जान बोल्टन को क़त्ल कर दिया जाए।

अमरीका के डिप्टी न्याय मंत्री मैथ्यु ओल्सन ने कहा कि यह पहला मौक़ा नहीं है कि ईरान ने इस तरह अमरीका की धरती पर अमरीकी नागरिकों की हत्या की कोशिश की है।

जान बोल्टन ने इस बारे में कहा कि न्याय मंत्रालय का आभार कि जिसने ज़रूरी क़दम उठाए।

एफ़बीआई ने पूरसाफ़ी के ख़िलाफ़ वारंट जारी किया है। वहीं एक अमरीकी अधिकारी ने कहा कि इस घटना का ईरान से जारी परमाणु वार्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

अमरीका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सोलीवान ने कहा कि ईरान को किसी भी अमरीकी नागरिक की हत्या की भारी क़ीमत चुकानी पड़ेगी।

वाइट हाउस की वेबसाइट पर जारी होने वाले अपने बयान में सोलीवान ने कहा कि जो बाइडन सरकार अपने नागरिकों की रक्षा में कोई कोताही नहीं करेगी।

ईरान के वदेश मंत्रालय ने इस आरोप को ख़ारिज करते हुए कहा कि अमरीकी अधिकारी इसी तरह की कल्पनाओं में खोए रहते हैं। विदेश मंत्रालय ने कहा कि कितनी हैरत की बात है कि अमरीका का न्याय मंत्रालय बिना किसी दस्तावेज़ और सुबूत के आरोप लगाता जा रहा है।