नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम अब आचुके हैं,जिसमें साफ जाहिर होगया है कि जनता जनार्दन ने भारतीय जनता पार्टी को बहुमत के जादुई आँकड़े से दूर रखा है तो वहीं सत्तानशीं कोंग्रेस को भारी झटका दिया है,224 विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा की 222 सीटों के परिणाम में भारतीय जनता पार्टी को 46.9%प्रतिशत वोट मिले हैं जिसमें उसे 105 सीटों पर कामयाबी मिली है,वहीं कोंग्रेस 34.4% प्रतिशत वोट लेकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है जिसने 77 सीट पर जीत दर्ज करी है,और जनतादल सेक्युलर तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है 16.5% प्रतिशत वोट लेकर 37 सीटों पर कामयाबी हासिल करी है।
कर्नाटक राज्य में मुस्लिम मतदाता लगभग 60 सीटों को प्रभावित करते हैं लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने एक भी मुस्लिम को टिकट नही दिया था,जबकि कोंग्रेस पार्टी ने 17 मुस्लिम उम्मीदवार मैदान में उतारे थे और जनतादल सेक्युलर ने 20 प्रत्याशी बनाये थे,जिसमें से जनता दल सेक्युलर से किसी भी मुस्लिम प्रत्याशी का नाम विजय सूची में नही है,तथा कोंग्रेस की तरफ से 6 मुस्लिम विधायक निर्वाचित हुए हैं।
कर्नाटक विधानसभा में जीत दर्ज करने वाले मुस्लिम विधायक
- तनवीर सेठ ने नरसिंहराज विधानसभा से काँग्रेस के टिकट पर विजय प्राप्त करी है।
- रहीम खान ,बीदर विधानसभा से कोंग्रेस के विधायक चुने गए हैं।
- बी जेड ज़मीर अहमद खान-चाम राजपेट से काँग्रेस के विधायक हैं।
- यूटी अब्दुल खादेर मेंगलुरु से कोंग्रेस के टिकट पर जीते हैं।
- कनीज़ फ़ातिमा गुलबर्ग उत्तर से काँग्रेस के टिकट पर विजय घोषित हुई हैं।
- आर रोशन बैग ने शिवाजी नगर विधानसभा से कोंग्रेस के टिकट पर शानदार जीत दर्ज करी है।
2013 में निर्वाचित कर्नाटक की 14 वी विधानसभा में 11 मुस्लिम विधायक जीतकर विधानसभा पहुँचे थे,जिनमें 9 कोंग्रेस से और 2 जनतादल सेक्युलर से थे,इस बार मुस्लिम नुमाइंदगी कमज़ोर होती हुई नज़र आरही है।
दक्षिण भारत में केरल के बाद दूसरा सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी वाला मुस्लिम राज्य है. राज्य में करीब 14 फीसदी मुस्लिम आबादी है. उत्तर कर्नाटक में मुस्लिमों का बाहुल्य है. खासकर गुलबर्गा, बिदर, बीजापुर, रायचुर और धारवाड़ जैसे इलाकों में मुस्लिम वोट निर्णायक भूमिका में रहते हैं.
राज्य विधानसभा की कुल 224 सीटों में से करीब 60 पर मुस्लिम वोटरों का प्रभाव माना जाता है. दक्षिण कन्नड़, धारवाड़, गुलबर्गा वो इलाके हैं जहां 20 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं. खास बात ये भी है कि यहां शहरी क्षेत्रों में मुस्लिम ज्यादा संख्या में हैं. शहरी क्षेत्रों में करीब 21 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों में करीब 8 फीसदी मुस्लिम जनसंख्या है
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