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ज़ायोनी मंत्रियों के बीच गाली- गलौज : नेतनयाहू के ख़िलाफ़ होने वाला प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर गया

इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा की ओर जाने वाले समस्त मार्गों को बंद कर दिया/ फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधः जंग के लिए तैयार हैं

पार्सटुडे- ज़ायोनी सरकार ने फ़िलिस्तीनी राष्ट्र के विरुद्ध अपने अपराधों और अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का उल्लंघ जारी रखते हुए ग़ज़ा पट्टी को जोड़ने वाले समस्त मार्गों को बंद कर दिया है और मानवता प्रेमी सहायताओं को आने से रोक दिया है।

ज़ायोनी सरकार के रेडियो और टीवी ने रविवार को एक संक्षिप्त ख़बर में एलान किया कि इस्राईली मंत्रिमंडल ने आदेश दिया है कि ग़ज़ा की ओर जाने वाले समस्त मार्गों को बंद कर दिया जाये।

पार्सटुडे ने न्यूज़ एजेन्सी इर्ना के हवाले से बताया है कि ज़ायोनी सरकार के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू के कार्यालय ने एलान किया है कि ग़ज़्ज़ा पट्टी की ओर जाने वाली समस्त मानवता प्रेमी सहायताओं को मना कर दिया गया है। ग़ज़ा की ओर मानवता प्रेमी सहायताओं को लेकर जाने वाले ट्रकों को रोक देने का फ़ैसला अमेरिकी समन्वय से हुआ है और यह फ़ैसला युद्धविराम समझौते के पहले चरण की समाप्ति के बाद लिया गया है।

अब ज़ायोनी सरकार ग़ज़ा पट्टी की बिजली काटने की चेष्टा में है

जंग आरंभ होने की स्थिति में फ़िलिस्तीन के प्रतिरोधक बलों की तत्परता में वृद्धि

ज़ायोनी सरकार की कार्यवाहियों के बाद क़तर के अलअरबी अलजदीद टीवी ने एलान किया है कि ग़ज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनी प्रतिरोधक गुटों ने ज़ायोनी सरकार के संभावित हमलों का मुक़ाबला करने के लिए अपनी तैयारी व तत्परता में वृद्धि कर ली है।

ज़ायोनी सरकार ने अमेरिकी समर्थन से सात अक्तूबर 2023 से 19 जनवरी 2025 तक ग़ज़ावासियों के विरुद्ध विनाशकारी जंग की परंतु वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त न कर सकी यानी न तो हमास को ख़त्म कर पायी और न ही अपने बंदियों को सैनिक मार्गों से आज़ाद करा पायी और मजबूर होकर उसने फ़िलिस्तीन के इस्लामी आंदोलन हमास से युद्ध विराम कर लिया।

हमासः युद्धविराम पूरी तरह लागू होना चाहिये

हमास आंदोलन के एक वरिष्ठ अधिकारी महमूद मुर्दावी ने भी कल एलान किया है कि वह इस बात से बिल्कुल सहमति नहीं जतायेंगे कि पहले चरण के युद्धविराम की अवधि बढ़ाई जाये और जिस चीज़ पर हस्ताक्षर हुआ है उसके आधार पर युद्ध विराम के समस्त चरणों को लागू किया जाना चाहिये। मुर्दावी ने कहा कि नेतनयाहू इस कल्पना में हैं कि वह लोगों को भूखा रखकर रणक्षेत्र में मिलने वाली पराजय की भरपाई कर लेंगे और इस रास्ते से अपने लक्ष्यों को हासिल कर लेंगे परंतु वह कदापि कामयाब नहीं होंगे।

नेतनयाहू के ख़िलाफ़ होने वाला प्रदर्शन हिंसक रूप धारण कर गया

युद्धविराम समझौते को लागू करने में ज़ायोनी सरकार की ओर से पैदा की जाने वाली रुकावटों के बाद कस्बों और कालोनियों में रहने वाले ज़ायोनियों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ज़ायोनी मांग कर रहे थे कि युद्धविराम समझौते को पूरी तरह लागू किया जाना चाहिये ताकि ज़ायोनी बंदियों की रिहाई हो सके परंतु इस्राईली सुरक्षा बलों ने उन पर हमला कर दिया और कुछ को गिरफ़्तार भी कर लिया। इन परिवर्तनों के साथ ज़ायोनी सूत्रों ने एलान किया है कि मिस्र की राजधानी क़ाहेरा में होने वाली वार्ता सफ़ल नहीं थी और नेतनयाहू फ़िर से जंग आरंभ करने की समीक्षा कर रहे हैं।

नेतनयाहू के मंत्रिमंडल में मतभेद बढ़ गया/ ज़ायोनी मंत्रियों के बीच शाब्दिक युद्ध और गाली- गलौज

इस्राईल के टीवी चैनल 13 ने भी रिपोर्ट दी है कि नेतनयाहू और शाबाक के प्रमुख और इस्राईली बंदियों की फ़ाइल के ज़िम्मेदार के बीच अविश्वास का संकट बढ़ता जा रहा है यहां तक कि यह संकट इस्राईली मंत्रिमंडल में गाली- गलौज और अधिकारियों के बीच अपमान का रुप धारण कर गया है।