दुनिया

ज़ायोनी कमांडर अपने सैनिकों को फ़िलिस्तीनी बच्चों की हत्या के लिए प्रोत्साहित करते हैं, ग़ज़ा में ज़ायोनी सैनिकों की कार्यवाहियों के बारे में दिल दहला देने वाली हिब्रूभाषा के समाचार पत्र हारेत्ज़ की एक रिपोर्ट!

पार्सटुडे- प्रकाशित स्वीकारोक्ति के आधार पर ज़ायोनी कमांडर अपने सैनिकों को फ़िलिस्तीनी बच्चों की हत्या के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

हिब्रूभाषा के समाचार पत्र हारेत्ज़ ने ग़ज़ा में ज़ायोनी सैनिकों की कार्यवाहियों के बारे में दिल दहला देने वाली एक रिपोर्ट प्रकाशित की है जिसमें कुछ ज़ायोनी सैनिकों और कमांडरों की स्वीकारोक्ति है।

पार्सटुडे की रिपोर्ट के अनुसार ग़ज़ा पट्टी के बारे में रिपोर्ट में आया है कि ग़ज़ा पट्टी के उत्तर में स्थित नस्तारिम में एक काल्पनिक व फ़र्ज़ी रेखा मौजूद है जो जनाज़े की रेखा के नाम से मशहूर है और ग़ज़ा के रहने वाले उसे जानते व पहचानते हैं। ज़ायोनी कमांडरों ने कहा है कि इस क्षेत्र में फ़िलिस्तीनियों की ओर फ़ायरिंग करने के बाद उनके शव ज़मीन पर रहते हैं ताकि कुत्ते उन्हें खायें।

ज़ायोनी सेना की ब्रिगेड 252 के कमांडर ने नस्तारिम को मृत क्षेत्र का नाम दिया है और कहा है कि जो भी इस क्षेत्र के निकट आयेगा उसे लक्ष्य बनाया जायेगा।

इस कमांडर ने आगे कहा कि ग़ज़ा पट्टी में तैनात ज़ायोनी सैनिकों की इकाईयों के मध्य अधिक से अधिक फ़िलिस्तीनी बच्चों की हत्या के लिए प्रतिस्पर्धा होती है। ज़ायोनी कमांडर ने कहा कि इस्राईली सैनिक नस्तारिम में आम नागरिकों की हत्या करते हैं और कहते हैं कि यह सैनिक और प्रतिरोध का लड़ाका था।

इस समाचार पत्र ने एक इस्राईली अफ़सर के हवाले से लिखा है कि यह पहली जंग है जिसमें कमांडर बिना पूछे जो चाहते हैं करते हैं।

ज़ायोनी समाचार पत्र हाआरेत्ज़ ने इस्राईली सैनिकों के हवाले से एलान किया है कि ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी कमांडर व्यक्तिगत विजय हासिल करने के प्रयास में हैं। इसी प्रकार ज़ायोनी सैनिकों ने एलान किया था कि हमारी विजय, उत्तरी ग़ज़ा पट्टी का रहने वालों से ख़ाली होना है। एक अन्य ज़ायोनी कमांडर ने भी कहा है कि उसके दोस्तों ने एक 16 वर्षीय फ़िलिस्तीनी नौजवान की हत्या की है और उनके कमांडर ने प्रोत्साहित किया कि अगले दिन 10 फ़िलिस्तीनी बच्चों की हत्या करें।

इस समाचार पत्र ने कई ज़ायोनी अफ़सरों के हवाले से लिखा है कि ज़ायोनी सैनिकों की ब्रिगेड 99 ने एक बूढ़े आदमी को उसके साथ दो बच्चों को देखा और उसके बाद हेलीकाप्टर से उसे लक्ष्य बनाया। उन सबने आगे कहा कि नस्तारिम में फ़र्ज़ी व काल्पनिक रेखा है और जो भी इस रेखा के उत्तर और दक्षिण से इस क्षेत्र में दाख़िल होगा वह मारा जायेगा।

इसी प्रकार इन ज़ायोनी अफ़सरों ने कहा है कि एक ब्रिगेड के उपकमांडर ने आम नागरिकों की हत्या का आदेश दिया और यह आदेश ऐसी हालत में जारी किया गया जब एक इस्राईली अफ़सर ने एलान किया कि शायद वे इस्राईली बंधक हों।

इसी प्रकार एक अन्य ज़ायोनी अफ़सर ने भी समाचार पत्र हाआरेत्ज़ से कहा कि मैंने 200 फ़िलिस्तीनियों की हत्या की और उसमें से केवल दस हमास के सदस्य थे परंतु ज़ायोनी सेना ने एलान किया है कि उसने सैकड़ों विध्वंसकारियों की हत्या की है। इसी प्रकार ज़ायोनी अफ़सर ने आदेश दिया है कि जो भी नस्तारिम क्षेत्र के निकट आयेगा उसके सिर में गोली मारकर उसकी हत्या की जानी चाहिये।

यहां इस बात का उल्लेख ज़रूरी है कि ज़ायोनी सैनिकों को प्रतिरोध कड़ा व करारा आघात ऐसी हालत में लगा रहा है जब जंग को जारी हुए 442 दिन से अधिक का समय गुज़र चुका है और ज़ायोनी सैनिक प्रतिरोध की सैन्य क्षमता को ख़त्म करने का दावा कर रहे हैं।

ग़ज़ा पट्टी में ज़ायोनी सैनिकों के अपराधों को जारी हुए 15 महीनों का समय ऐसी हालत में हो रहा है जब अंतरराष्ट्रीय अदालत ने इस्राईल के प्रधानमंत्री बिनयामिन नेतनयाहू और पूर्व युद्धमंत्री योआव गैलेंट की गिरफ़्तारी का आदेश जारी कर रखा है। नेतनयाहू और गैलेन्ट पर मानवता विरोधी अपराध करने और हथियार के रूप में ग़ज़ा के लोगों को भूखा रखने का आरोप है।

इतने सारे अपराधों के बावजूद ज़ायोनी सरकार ने स्वीकार किया है कि जंग के 442 दिन गुज़र जाने के बावजूद वह अभी भी जंग के लक्ष्यों को हासिल नहीं कर सकी है यानी न तो हमास को ख़त्म कर सकी है और न ही ज़ायोनी बंधकों को रिहा करा सकी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *