नई दिल्ली: जर्मनीे स्थित यूरोप की सबसे बड़ी मस्जिद को इस्लाम के बारे में गलतफहमी को दूर करने के लिये गैर मुस्लिमों के लिये खोला गया,जिसमें विभन्न धर्मों के लोगों ने भाग लिया है।
जर्मनी की KRM जर्मनी कॉर्डिनेशन काउंसिल के प्रवक्ता बुरहान केसीसी ने कहा कि इस्लाम के बारे में अधिक से अधिक जानकारी देने के लिये एक लाख से अधिक विज़िटर मस्जिद में पहुँचे और मस्जिद के बारे में जानकारी प्राप्त करी।
जर्मनी में हर वर्ष ओपन मस्जिद दिवस मनाया जाता है,इस वर्ष जर्मनी की लगभग 900 मस्जिदों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया,कोलोगन में स्थित सेंट्रल मस्जिद को देखने पहुँचे थे,जिसका उद्घाटन तुर्की के राष्ट्रपति तय्यब एर्दोगान ने पिछले दिनों किया था।
सेंट्रल मस्जिद एक आलीशान खूबसूरत मस्जिद है,जिसको तुर्की के इस्लामिक संगठन (DITIB)के द्वारा संचालित किया जाता है,नवेज़त यासर असिकोगलू ने विज़टर्स को DITIB के बारे में बताते हुए कहा कि 1984 में इसकी स्थापना की गई थी, जिसका उद्देश्य शाँति और सहिष्णुता को बढ़ावा देना,आपसी धार्मिक संवाद को मजबूत करना है।
कई बड़ी हस्तियों ने मस्जिद का दौरा किया जिनमें उत्तरी राइन-वेस्टफेलिया के एकीकरण मंत्री जोआचिम स्टाम्प ने भी बुधवार को मस्जिद का दौरा किया।
इस मौके पर इमाम ने इस्लामी विश्वास और संस्कृति के बारे में प्रस्तुतियां की और विजिटर्स के सवालों का जवाब दिया।
यूरोप में फ्रांस के बाद सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश है जहां 81 मिलियन मुसलमान रहते हैं,जो सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी है,लगभग 4.7 मिलियन मुसलमानों में से 3 मिलियन तुर्की मूल हैं।
हाल के वर्षों में, देश ने इस्लामोफोबिया बढ़ रहा है और दूर-दराज और लोकप्रिय पार्टियों के प्रचार से प्रेरित प्रवासियों की नफरत देखने को मिली है।