जम्मू : जम्मू कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (कारागार) हेमंत कुमार लोहिया की हत्या के मामले की जांच के दौरान कोई आतंकी पहलू सामने नहीं आया है। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुकेश सिंह ने कहा कि आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके खुलासे का जमीनी स्तर की जांच से सत्यापन किया जा रहा है।
वर्ष 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी लोहिया (52) सोमवार देर रात शहर के बाहरी इलाके में अपने उदयवाला निवास पर मृत मिले थे। उनका गला रेता गया था और उनके शरीर पर जलने के निशान थे।
लोहिया की हत्या के मामले में उनके घरेलू सहायक यासिर लोहार (23) को मंगलवार को कान्हाचक इलाके के एक खेत से गिरफ्तार किया गया था।
एडीजीपी ने एक बयान में कहा, ‘‘लोहिया की हत्या के मामले की जांच के दौरान कोई आतंकी पहलू सामने नहीं आया है। आरोपी से पूछताछ जारी है और उसके खुलासे का जमीनी स्तर की जांच से सत्यापन किया जा रहा है।’’
अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद लोहिया का पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए उनके परिवार को सौंप दिया गया। उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार से पहले यहां जिला पुलिस लाइन में पुष्पांजलि समारोह का आयोजन किया जा रहा है।
आतंकी समूह पीपुल्स एंटी-फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) ने लोहिया की हत्या की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, मंगलवार को अपराध स्थल का दौरा करने वाले पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने संवाददाताओं से कहा था, ‘‘ये आतंकवादी समूह बेशर्मी से सब कुछ और किसी भी चीज की जिम्मेदारी ले लेते हैं।’’