

Related Articles
क़िताब : धुँधलके शामों के, शायरा – नलिनी विभा ‘नाज़ली’ : ज़िंदगी कितनी हसीन है इसका अहसास होता है….
Nalini Vibha Nazli Lives in Hamirpur, Himachal Pradesh =========== मोहतरम कर्नल Vivek P Singh साहिब मुख़्तलिफ़ ज़बानों और अस्नाफ़ में माहिर और एक मुमताज़ तब्सिरः निगार हैं ।ऐसी अज़ीमतरीन शख़्सियत का मेरे अदना – से शे’री मज्मूए पर लिखना मेरे लिए बाइस-ए-फ़ख़्र है, जिसके लिए मैं तहे-दिल से ममनून हूँ ।आप तमाम मुअज़्ज़िज़ ख़वातीनो – […]
#कहानी- स्वीकार
आज निपुणिका का दसवां जन्मदिन था. उसकी मां मंजरी ने उसकी पसंद की पार्टी के लिए ज़मीन-आसमान एक कर दिया. मेहनत तो वो हर बार करती थी, पर इस बार बेटी की तरफ़ से पार्टी को यादगार बनाने की फरमाइश भी थी. गेम्स हो या डेकोरेशन, खाना हो या रिटर्न गिफ्ट, हर चीज़ में कलात्मकता, […]
मैं समझ गई कि नौकरी और घर संभालने में बहुत अंतर होता है
Madhu Singh =================== जब मेरी शादी हुई, तो मैं घर की बड़ी बहू बनी। मेरे बाद मेरी दो देवरानियाँ आईं। मैं पढ़ाई में उनसे कम थी और नौकरी भी नहीं करती थी, लेकिन वे दोनों मुझसे अधिक शिक्षित और आधुनिक थीं। मुझे खुशी थी कि घर में दो मॉडर्न देवरानियाँ आने वाली थीं। मैं अपने […]