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क्या कपड़े पहन लिए तुमने, सारी शर्म और हया बेच खाई क्या!!!
Shiwani Ojha =================== ” अरे! ये क्या कपड़े पहन लिए तुमने। सारी शर्म और हया बेच खाई क्या बहू। हमारे घर में इस तरह के कपड़े कोई नहीं पहनता। जाओ जाकर साड़ी पहनो”सास डांटते हुए बोली। “लेकिन मम्मी जी हम लोग पार्टी में जा रहे हैं। इन्होंने ही कहा है कि तुम्हें गाउन पहनना पड़ेगा। […]
तुम इक बार हमसे मरासिम तो जोड़ो…शकील सिकंद्राबादी की दो ग़ज़लें एक साथ पढ़िये!
Shakeel Sikandrabadi =========== ग़ज़ल असर मुझ पे होता नहीं है बला का करिश्मा है ये मेरी माँ की दुआ का किया अज़्म का जब दिया मैंने रौशन इधर से उधर फिर गया रुख़ हवा का मेरे मौला उनको हिदायत अता कर चलन छोड़ बैठीं जो शरमो हया का तू गाता है जिस शौक़ से फिल्मी […]
#कहानी- दख़ल…तुम्हारी ज़िद के आगे हमारा पापा से सम्पर्क तक टूट गया!
#कहानी- दख़ल आज वृंदा को चैन की सांस आई है. आज उसे एक लम्बे अरसे के बाद सुकून मिला है. कितनी जद्दोज़ेहद करनी पड़ी है उसे अपनी बेटी को यहा लाने में. उफ़! दो बरस की लम्बी लड़ाई के बाद अन्ततः वह सफल हो ही गई, वरना श्रेष्ठा को मना लेना क्या आसान था. आज […]