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अपनी पेंशन से पैसा आंटी घर में ख़र्च करती है तब जाकर घर चल पाता है
दिन के 11 बजे दरवाजे पर एक आटो आकर रुका । जिसमें से देवकी आंटी लठिया टेकती हुई निकली और अंदर आकर सोफे पर धम्म से बैठ गई और रोने लगी ।मैं उस समय बाथरूम में थी ।पति महोदय बैठे थे डांइग रूम में । उन्होंने देवकी आंटी से पूछा क्या हुआ आंटी आप रो […]
प्रतिवाद : यह क़विता ज़रुर पढी जानी चाहिए…..By – अजय दुर्ज्ञेय
भारद्वाज दिलीप ============== [ यह कविता ज़रुर पढी जानी चाहिए] प्रतिवाद ________ ओ मेरे दोस्त!तुम्हारी सलाह है कि मुझे कम आक्रामक होना चाहिए। सब भूल जाना चाहिए, सबसे प्यार करना चाहिए और अतीत के चंगुल से बाहर आना चाहिए ख़ैर!मैं तुमसे सिर्फ यह पूछता हूँ कि क्या तुम्हारे लिए कभी प्रगति प्रतिबंधित हुई है? क्या […]
‘स्मृतियों के दर्पण में अवध’ – ऐतिहासिक यात्रा वृत्तांत
चित्र गुप्त ============== ‘स्मृतियों के दर्पण में अवध’ – ऐतिहासिक यात्रा वृत्तांत ******************** कायस्थों के सात प्रमुख उपवर्गों श्रीवास्तव सुप्रसिद्ध हैं। श्रीवास्तव नामकरण श्रावस्ती निवासी होने के आधार पर उसी प्रकार प्रचलित हुआ जैसे मथुरा निवासी माथुर, भट्ट नगर के भटनागर, संकाश्य के सक्सेना, गौड़ देश के कायस्थ गौड़ कहलाए। ऐसी तमाम जानकारियां भरी पड़ी […]