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*पत्नी तब तक ही देवी है जब तक पति देवता है वरना तो वो किसी रणचंडी कम नही*
Laxmi Kumawat ========== * पत्नी तब तक ही देवी है जब तक पति देवता है वरना तो वो किसी रणचंडी कम नही * शाम के सात बज चुके थे। आज पड़ोस वाली शालू के घर से जोर जोर से आवाजें आ रही थी। लेकिन ये आवाज हर रोज की आवाज से अलग थी। कुछ तो […]
“ड्रामा लंबा चौड़ा हुआ पर ठेका अंततः बादशाह के छोटे भाई और दामाद को ही मिला”
चित्र गुप्त ============= बादशाह_वजीर_और_सियार (जनश्रुति) ******************************* सुना है … शाम ढलते ही जब सियारों ने हुक्का हुवाँ शुरू किया तो बादशाह ने वजीर से पूछा – ” सियार क्यों चिल्ला रहे हैं।” वजीर भी स्वतंत्र भारत के नौकरशाह टाइप ही था उसने तपाक से उत्तर दिया। “हुजूर इन्हें ठंड लग रही है इसलिए चिल्ला रहे […]
“नानी, मैं एक कुल्फ़ी और ले लूं,…”
“नानी, मैं एक कुल्फी और ले लूं,प्लीज़…” चीकू ने फ्रिज खोलते हुए पूछा. “चीकू, तुम खा चुके हो ना?.. ग़लत बात, वो कुल्फी नानी की है… हटो वहां से…” मैंने अपने छह साल के बेटे को आंखें तरेरीं, लेकिन तब तक चीकू की नानी कुल्फी उसके हवाले कर चुकी थीं. “क्या मां… मैं ख़ास आपके […]