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छत्तीसगढ़ : 10000 साल पुरानी गुफ़ाओं में बने चित्र विश्वभर के लिए अद्भुत अध्ययन का विषय हैं

Ajit Singh 

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छत्तीसगढ़ राज्य में स्थित इस गुफा पेंटिंग के बारे में जानते हुए हम एक अद्वितीय संस्कृति और इतिहास में डूबते हैं। यहां लगभग 10000 साल पुरानी गुफाओं में बने चित्र विश्वभर के विद्वानों और पुरातत्वविदों के लिए अद्भुत अध्ययन का विषय हैं।

### गुफाओं की खोज:
ये प्राचीन पेंटिंग्स छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में मिली हैं। इन गुफाओं की खोज एक संयोगवश हुई थी, जब वहां कुछ ग्रामीण पशुओं के लिए चारा ढूंढ रहे थे।
चित्रों का विवरण:
गुफाओं की दीवारों पर बनी पेंटिंग्स मानव और पशुओं की आकृतियों को दर्शाती हैं। ये आकृतियां उस समय के जीवन, शिकार, नृत्य, और धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी देती हैं। इन चित्रों में कुछ आकृतियों के सिर पर मुकुट जैसे उपकरण और हथियार भी दिखते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य:
1. **रंगों का प्रयोग**: चित्रों में प्रयोग हुए रंग प्राकृतिक पिगमेंट्स से बनाए गए थे, जैसे लाल, पीला, और सफेद। ये रंग स्थानीय खनिजों और पौधों से प्राप्त किए गए थे।
2. **तकनीक**: ये पेंटिंग्स बनाने की तकनीक अत्यंत सरल थी, लेकिन उन्हें देखने से पता चलता है कि उस समय के लोग कला के बारे में अच्छी समझ रखते थे।
3. **धार्मिक महत्व**: कई चित्रों में धार्मिक अनुष्ठान और उत्सव के दृश्य देखने को मिलते हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि प्राचीन समाज में धर्म का महत्वपूर्ण स्थान था।

पुरातात्विक महत्व:
ये गुफा पेंटिंग्स न केवल प्राचीन संस्कृति और इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, बल्कि वे हमें उस समय के जीवन, सामाजिक संरचना, और धार्मिक विश्वासों के बारे में भी जानकारी देती हैं। इन चित्रों से पता चलता है कि प्राचीन लोग प्राकृतिक स्रोतों का उपयोग करके अपनी अभिव्यक्ति को कला के माध्यम से व्यक्त करते थे।

संरक्षण:
आज के समय में इन गुफा पेंटिंग्स का संरक्षण एक बड़ा मुद्दा है। वातावरणीय प्रभाव, मानव हस्तक्षेप, और आधुनिक विकास इन ऐतिहासिक धरोहरों के लिए खतरा बन रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और अन्य संबंधित संस्थान इन चित्रों को संरक्षित करने के लिए विभिन्न प्रयास कर रहे हैं।
छत्तीसगढ़ की ये गुफा पेंटिंग्स हमें अतीत की एक झलक दिखाती हैं और यह बताती हैं कि मानवता ने कितनी प्रगति की है। ये प्राचीन चित्र हमारे सांस्कृतिक धरोहर का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इन्हें संरक्षित करना हमारी जिम्मेदारी है।

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