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चुनाव आयोग ने चार दिन की देरी के बाद तीसरे चरण का वोटिंग डेटा जारी किया : चुनाव आयोग को लेकर सबके मन में शंका है!

देश में अबतक तीन चरण के चुनाव हो चुके हैं और बार मतदान के बाद चुनाव आयोग ने कई दिन बाद इनका मत प्रतिशत घोषित किया है, जबकि ये जानकारी चुनाव आयोग को कुछ ही घंटों के अंदर देना चाहिए थी, इतना देरी क्यों हो रही इसको लेकर न सिर्फ जनता के मन में चुनाव आयोग को लेकर शंका है बल्कि विपक्षी दल भी चिंतित नज़र आते हैं, कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव आयोग में प्रतनिधि मंडल भेज कर अपनी आपत्ति दर्ज करवाई है

 

 

 

 

भारत समाचार | Bharat Samachar
@bstvlive
लखनऊ : सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गंभीर आरोप लगाए

➡3 DM और 3 SP लखनऊ से कन्नौज भेजे गए
➡ये अधिकारी वोटिंग रोकने के लिए भेजे गए
➡मैं अपील करता हूं वोट से कोई रोके तो धरने पर बैठें
➡अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से दखल की मांग की.

 

भारतीय चुनाव आयोग के मुताबिक़ तीसरे चरण में 65.68 फ़ीसदी मतदान हुआ है.

तीसरे चरण में सात मई को 11 राज्यों की 93 लोकसभा सीटों पर वोट डाले गए थे.

चुनाव आयोग के मुताबिक़ तीसरे चरण में 66.98 फ़ीसदी पुरुषों, 64.41 फ़ीसदी महिलाओं और 25.2 फ़ीसदी थर्ड जेंडर ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.

चुनाव आयोग ने चार दिन की देरी के बाद तीसरे चरण का वोटिंग डेटा जारी किया है.

पहले चरण के मतदान का डेटा 11 दिन की देरी के बाद जारी हुआ था, जबकि दूसरे चरण का डेटा आने में भी चार दिन का वक़्त लगा था.

चुनाव आयोग के देरी से डेटा जारी करने पर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों द्वारा सवाल भी उठाए जा रहे हैं.

पहले चरण में 102 संसदीय सीटों पर 66.14 प्रतिशत और दूसरे चरण में 88 सीटों पर 66.71 प्रतिशत वोट पड़े.