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चीन, रूस और ईरान अमरीकी वर्ल्ड आर्डर को चुनौती दे रहे हैं : अमरीकी इंटैलीजेंस

पार्स टुडे- अमरीका की इंटैलीजेंस एजेंसियों के डायरेक्टरों ने एक रिपोर्ट में इस्लामी गणराज्य ईरान, रूस और चीन को अमरीका के वर्चस्व वाली विश्व व्यवस्था को अस्त व्यवस्त कर देने वाले देशों का नाम दिया है।

यह रिपोर्ट जो कुछ दिनों पहले अमरीकी कांग्रेस में इस देश की सुरक्षा व इंटेलीजेंस एजेंसियों के प्रमुखों की गवाही के समय प्रकाशित हुई बताती है कि अमरीका बड़ी ताक़तों से मुक़ाबले और बड़ी अंतर्राष्ट्रीय चुनौतियों और क्षेत्रीय झड़पों की वजह से भारी दबाव में है।

अमरीका की इंटैलीजेंस एजेंसियों के प्रमुखों ने इस रिपोर्ट में कहा कि अमरीका को टूट फूट के शिकार वर्ल्ड आर्डर की समस्या का सामना है। ईरान रूस और चीन विश्व व्यवस्था के पुराने नियमों और अमरीका की तरजीहों को चुनौती दे रहे हैं।

यह पहला मौक़ा नहीं है कि अमरीका अपने अहम दस्तावेज़ में दावा कर रहा है कि उसे अंतर्राष्ट्रीय ताक़तों यानी ईरान, चीन और रूस की दुश्मनी का सामना है।

वाशिंग्टन को इस बात का ख़ौफ़ है कि चीन अब रूस और ईरान के साथ मिलकर लिबरल वर्ल्ड आर्डर को जिसे पश्चिमी जगत ने बनाया और उसके बाक़ी रहने का इच्छुक है, चुनौती दे रहा है और कई शताब्दियों से विश्व व्यवस्था पर पश्चिम का वर्चस्व डावांडोल हो गया है।

यही वजह है कि वाशिंग्टन अपनी अहम सालाना रिपोर्टों में जैसे अमरीकी इंटैलीजेंस कम्युनिटी की रिपोर्टों में अपने अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धियों के बारे में आक्रामक रुख़ अपनाता है जबकि दुनिया के अलग अलग इलाक़ों में कई प्रकार के संकट खड़े करने में अमरीका की मुख्य भूमिका को हमेशा नज़रअंदाज़ कर देता है और यह भी नज़रअंदाज़ कर देता है कि अपने प्रतिद्वंद्वियों के ख़िलाफ़ वह कैसे दुश्मनी भरे क़दम उठाता है।