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चीन अपनी संप्रभुता और समुद्री हितों की रक्षा के लिए ज़रूरी कार्यवाही करेगा, अमेरिका को चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप का अधिकार नहीं : बीजिंग

चीनी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता ने आज मंगलवार को अपनी साप्ताहिकी प्रेस कांफ्रेन्स में कहा कि अमेरिका और फिलिप्पीन की सैनिक सहकारिता से चीन की संप्रभुता और समुद्री अधिकारों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिये और अमेरिका को हस्तक्षेप का अधिकार नहीं है।

समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार चीनी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि अमेरिका और फिलिप्पीन के संबंधों का प्रयोग मनीला के गैर कानूनी दावों का समर्थन करने के लिए दक्षिणी चीन सागर में नहीं किया जाना चाहिये और अमेरिका को चीन और फिलिप्पीन से संबंधित मामलों में हस्तक्षेप का कोई अधिकार नहीं है।

उन्होंने कहा कि चीन अपनी संप्रभुता और समुद्री हितों की रक्षा के लिए ज़रूरी कार्यवाही करेगा और दक्षिणी चीन सागर में शांति व सुरक्षा बनाये रखने के लिए प्रयास जारी रखेगा।

चीनी विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता की ये बातें उस समय सामने आ रही हैं जब अमेरिका के विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन आज मंगलवार को फिलिप्पीन की राजधानी मनीला की यात्रा पर पहुंचे और द्विपक्षीय संबंधों के बारे में अपने फिलिप्पीनी समकक्ष से भेंटवार्ता की और दक्षिणी चीन सागर के मामलों के बारे में चिंता प्रकट की।

समाचार एजेन्सी इर्ना की रिपोर्ट के अनुसार हालिया महीनों में चीन और फिलिप्पीन के मध्य तनावों में वृद्धि हो गयी है और पिछले सालों की अपेक्षा वे अभूतपूर्व सतह पर पहुंच गये हैं। मनीला का दावा है कि बीजिंग ने दक्षिणी चीन सागर के एक भाग में एक कृत्रिम द्वीप बना लिया है।

ज्ञात रहे कि दक्षिणी चीन सागर का यह वह भाग है जिसे लेकर चीन, फिलिप्पीन, वियतनाम, मलेशिया, ब्रुनई और इंडोनेशिया के मध्य विवाद है और इसी कारण फिलिप्पीन अपने पश्चिमी समर्थकों व घटकों के साथ दक्षिणी चीन सागर में कई बार संयुक्त सैन्य अभ्यास कर चुका है।