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*मेरे पापा के पास अलादीन का चिराग नहीं, जिसे घिसकर पैसे निकाल कर दे दिए*
Laxmi Kumawat ============== * मेरे पापा के पास अलादीन का चिराग नहीं, जिसे घिसकर पैसे निकाल कर दे दिए * रात के 10:30 बज रहे थे। श्रेया को बहुत नींद आ रही थी। पर फिर भी सासु मां की साड़ी को इस्त्री किए जा रही थी। सुबह से घर के और ऑफिस के काम करते […]
वो शायद भगवान भी नहीं कर सकते, मां वो जो मन पढ़ ले…..By-Santosh Kumar Pant
Santosh Kumar Pant ============= · मां और शहर ———-:————– ईजा (मां).. ईजा (मां)….मि ऐ गईं (मैं आ गया हूं)..यह कहते हुए मैं अभी अभी ‘शहर’ से लौटा था, और मां से पूरे 1 साल के बाद मिला था,मां से लिपटा…लगा जैसे समंदर ने हज़ार नदियों को अपने अंदर समेट लिया हो।हजारों बरस तक अलग न […]
#माॅंगें_मिले_न_भीख…By-मनस्वी अपर्णा
मनस्वी अपर्णा ========== #माॅंगें_मिले_न_भीख किसी भी आम इंसान की तरह मुझे भी एक लंबे अरसे तक कुदरत के इंसाफ़ और नाइंसाफ़ी को लेकर अच्छी खासी ज़हनी जद्दोजहद रही है, मुझे भाग्यवाद का formula कभी समझ नहीं आया, मेरे दिमाग़ को प्रत्येक बात का कोई rationale answer चाहिए होता था, जबकि मेरे आस पास लगातार ऐसा […]