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अक्ल बाटने लगे विधाता,,,,By…Aarti Dubey
Aarti Dubey 😀😀😀😀😀 अक्ल बाटने लगे विधाता, लंबी लगी कतारी। सभी आदमी खड़े हुए थे, कहीं नहीं थी नारी।। सभी नारियाँ कहाँ रह गई, था ये अचरज भारी । पता चला ब्यूटी पार्लर में, पहुँच गई थी सारी।। मेकअप की थी गहन प्रक्रिया, एक एक पर भारी । बैठी थीं कुछ इंतजार में, कब आएगी […]
मोहताज…..इससे पूर्व भी एक बार मंदिर में मेरी चप्पलें गायब हो चुकी थी!
Tajinder Singh ============ मोहताज….. मेरी नई नई शादी हुई थी। घर मे सब मेहमान अभी थे ही। मेरे रिश्ते की सभी छोटी बहनों और भाइयों ने भाभी के साथ मंदिर जाने की जिद की। ये मंदिर एक छोटी सी पहाड़ी पर करीब दो किलोमीटर दूर था। हम सब दर्शनों के लिए पैदल ही चले गए। […]
मधु कांकरिया संवेदना की कहानीकार हैं
जयचंद प्रजापति · ============= · मधु कांकरिया संवेदना की कहानीकार हैं …………. हिंदी साहित्य की प्रतिष्ठित लेखिका मधु कांकरिया का जन्म 23 मार्च 1957 में कोलकाता के एक मध्यवर्गीय राजस्थानी परिवार में हुआ था। मधु कांकरिया एक लेखिका हैं। उपन्यासकार हैं। कहानीकार हैं। यात्रावृत भी लिखती हैं। बहुचर्चित लेखिका हैं। आज इनका जन्मदिन है। बचपन […]