उत्तर प्रदेश राज्य

गोरखपुर : मिड-डे-मील खाकर 60 बच्चे बीमार हो गए, राज़मा में मिले कीड़े!

गोरखपुर।गुलरिहा इलाके के सरैया बाजार स्थित कंपोजिट विद्यालय में शनिवार की दोपहर मिड-डे-मील खाकर 60 बच्चे बीमार हो गए। बताया जा रहा है कि अक्षय पात्र संस्था की ओर से बच्चों को खाने में राजमा-चावल दिया गया था। राजमा में कीड़े मिलने की शिकायत बच्चों ने की। सभी बच्चों के पेट में दर्द होने लगा और वे उल्टी करने लगे।

सूचना मिलते ही अभिभावक और गांव वाले मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चों को एंबुलेंस से चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। 13 बच्चों को मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जबकि बाकी बच्चों की हालत ठीक होने पर अभिभावक घर लेकर चले गए। नाराज अभिभावकों ने मिड-डे-मील लेकर आने वाली गाड़ी में तोड़फोड़ भी की। उधर, खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक, चरगावां ब्लाॅक के सराय गुलरिहा कंपोजिट विद्यालय में करीब 368 बच्चे पढ़ते हैं। सुबह करीब 10:30 बजे बच्चों को मिड-डे-मील में बना चावल-राजमा दिया गया। यह भोजन अक्षय पात्रा की गाड़ी लेकर आई थी। किसी छात्र ने राजमा में कीड़ा होने की शिकायत की। जिस बर्तन से भोजन परोसा जा रहा था, उसमें भी कीड़ा देखे जाने का आरोप है। तब तक करीब 200 बच्चे भोजन कर चुके थे। कुछ देर बाद बच्चे उल्टी करने लगे। यह देखकर स्कूल में अफरा-तफरी मच गई।

स्कूल की प्रिंसिपल ने इसकी सूचना बेसिक विभाग विभाग के अधिकारियों को दी। कुछ देर में पुलिस भी पहुंच गई। बच्चों की हालत खराब होती देख 60 बच्चों को एंबुलेंस बुलाकर पास के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। करीब दो से तीन घंटे बाद 47 बच्चों की हालत में सुधार देखकर उन्हें परिजनों के साथ घर भेज दिया गया।

वहीं, 13 बच्चों को शाम सात बजे बीआरडी मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 100 में भर्ती कराया गया। देर शाम पिपराइच विधायक महेंद्र पाल सिंह अपने समर्थकों के साथ पहुंचे। बीमार बच्चों का हालचाल लिया। चरगांवा पीएचसी प्रभारी डॉ. धनंजय कुशवाहा ने कहा कि 60 बच्चों का इलाज किया गया है। सभी को पेट दर्द और उल्टी की शिकायत थी। फूड प्वाइजनिंग के लक्षण नहीं मिले हैं। बच्चे घबराए हुए थे। अब सभी की स्थिति सामान्य है।

बाल रोग विभाग मेडिकल कॉलेज में नोडल अधिकारी डॉ. भूपेंद्र शर्मा ने कहा कि बच्चों को मिचली आने व उल्टी की शिकायत थी। सभी का इलाज किया गया, अब उनकी हालत ठीक है। एहतियात के तौर पर उन्हें भर्ती किया गया है।