उत्तर प्रदेश राज्य

गोरखपुर : पति अंगद शर्मा ने गला काटकर मार डाला!

गोरखपुर के सहजनवा इलाके में महिला की हत्या से सनसनी फैल गई है। पता चला है कि पति अंगद शर्मा का पत्नी से उसकी नौकरी करने को लेकर विवाद हुआ। अचानक पर ऐसा पागलपन सवार हुआ कि उसने पत्नी पर चाकू से हमला कर दिया। पत्नी जान बख्शने के लिए गिड़गिड़ाती रही, लेकिन उसने बेरहमी से गला रेतकर उसे मार डाला। शोर सुनकर जबतक पड़ोसी वहां पहुंचे, महिला कमरे के फर्श पर मरी पड़ी थी। ये बातें पड़ोसियों ने बताईं, उन्हें समय पर नहीं पहुंच पाने का मलाल था।

पुलिस के मुताबिक, दंपती के कमरे के बगल में रहने वाले युवक ने बताया कि उसकी रात की डयूटी थी, वरना वह विवाद छुड़ाकर महिला की जान बचा लेता। उसने बताया कि आए दिन झगड़ा होता था तो शांत करवाता था। इसी तरह महिला की चीख सुनने वाले लोगों ने भी घटनाक्रम बताया।

लव मैरिज के लिए अड़ गई थी युवती
महिला की मां ने केस दर्ज कराते हुए बताया कि कक्षा आठ में पढ़ने के दौरान ही आरोपी बेटी के आगे-पीछे घूमता था। बहला फुसलाकर उसे अपने जाल में फंसा लिया। जबकि बेटी से कहा कि युवक की हरकत ठीक नहीं है, आगे चलकर परेशानी झेलनी पड़ेगी। लेकिन वह शादी करने के लिए अड़ गई थी।

तमिलनाडु से फोन कर करता था परेशान
वर्ष 2023 के अगस्त माह में इसको लेकर पंचायत हुई थी। इसके बाद मंदिर में दोनों की शादी करानी पड़ी। पति उसे तमिलनाडु लेकर गया, कुछ दिन बाद वहां झगड़ा-लड़ाई करने लगा। आठ माह पहले बेटी सहजनवां आकर अपनी बहन के पास रहने लगी। इसके बाद तमिलनाडु से फोन कर वह परेशान करता था।

दो माह पहले वह सहजनवां में आकर कमरा लिया, जहां पर बेटी के साथ रहने लगा। बेटी दो माह की गर्भवती थी, सोचा पति सेवा करेगा। लेकिन यहां आकर वह नौकरी छुड़वाना चाहता था। इसको लेकर लड़ाई-झगड़ा करने लगा। बेटी बार-बार शिकायत करती थी।

महिला की मां ने बताया कि हत्यारोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। पिछले वर्ष उसने थाने में शिकायत की थी। फिर पुलिस ने समझा बुझाकर मामला खत्म करवाया था। इधर, पोस्टमार्टम के बाद महिला के शव का सहजनवां के कालेसर स्थित मुक्तिधाम पर देर शाम अंतिम संस्कार किया गया।

आरोपी पति बोला क्रोध पर नियंत्रण नहीं कर पाया
सहजनवां थाने में पुलिस हिरासत में पति ने बताया कि वह क्रोध पर नियंत्रण नहीं कर पाया। सुबह छह बजे काम पर जाने के लिए वह चार बजे उठ जाती थी। जब वह उठी तो उससे बहस होने पर तेज-तेज बोलने लगी। मोबाइल देखने के लिए मांगा तो उसने इन्कार कर दिया। इसके बाद चाकू से हमला किया तो वह संघर्ष करने लगी। तब पागलपन सवार हो गया। इसके बाद ताबड़तोड़ चाकू से वार कर उसकी गर्दन पीछे से रेत दी। अगर कोई बीच बचाव में आया होता तो पत्नी की जान बच जाती। मैं उससे बहुत प्रेम करता था। उसे खोना नहीं चाहता था, इसलिए तमिलनाडु से काम छोड़कर लौट आया था।

कर्नाटक रहते हैं आरोपी के पिता
सहजनवां इलाके के एक गांव में रहने वाले आरोपी के पिता कर्नाटक में पेंट पालिश का काम करते हैं। गांव पर उसकी बहन और मां रहती हैं। हत्या की सूचना पर आरोपी की मां और बहन भी रोने लगीं। बेटे की करतूत से वे भी शर्मिंदा थीं। आरोपी की मां ने कहा कि हमलोग गांव में रहते हैं। सहजनवां स्थित किराए के घर में क्या हुआ, इसकी जानकारी नहीं है।

पति-पत्नी के रिश्तों में हिंसा और हत्या की घटनाएं केवल व्यक्तिगत नहीं हैं। इनकी जड़ें सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तनों में निहित हैं। बढ़ती व्यक्तिवादिता और समाजीकरण की कमी के कारण सहनशीलता और सामाजिक दबाव कमजोर हुए हैं। दूसरी ओर सोशल मीडिया, विशेषकर मोबाइल फोन लोगों को ऐसी आभासी दुनिया की ओर ले जा रहे हैं। इसकी परिणति हिंसा और हत्या के रूप में सामने आ रही है।- डॉ. मनीष पांडेय, समाजशास्त्री, डीडीयू

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