उत्तर प्रदेश राज्य

गोंडा निकाय चुनाव में भाजपा की अंदरख़ाने की लड़ाई खुलकर सामने आयी, सांसद ने ज़िलाध्यक्ष से कहा-अकेले जितवा लो प्रत्याशी, हम जा रहे हैं!

गोंडा। निकाय चुनाव में दो दशक बाद मुख्यालय की सीट पर कमल खिलाने के लिए भाजपा की ओर से जद्दोजहद की जा रही है। वहीं, पार्टी के अंदरखाने की लड़ाई भी अब खुलकर सामने आने लगी है। भाजपा संगठन के जिम्मेदारों व गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह के बीच रार बढ़ती जा रही है। बृहस्पतिवार शाम भाजपा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया की नाराजगी खुलकर सामने आई। वह अपने गुट के विधायकों के साथ मंच छोड़कर चले आए। ब्लॉक प्रमुख के मंच संचालन पर भड़के सांसद ने जिलाध्यक्ष से कहा- अकेले जितवा लो प्रत्याशी, हम जा रहे हैं।

बताते चलें कि गोंडा नगर पालिका क्षेत्र के बलवंतपुरवा वार्ड के सेमरा दम्मन गांव में बृहस्पतिवार शाम सांसद व विधायकों की नुक्कड़ सभा होनी थी। सांसद तय समय पर मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी, मनकापुर विधायक रमापति शास्त्री व गौरा विधायक प्रभात वर्मा के साथ पहुंच गए, मगर वहां प्रत्याशी व अन्य लोग नहीं थे। थोड़ी देर में सब लोग आए तो सभा के संचालन का जिम्मा छपिया ब्लाॅक प्रमुख अनिल पासवान को सौंप दिया गया। इससे सांसद की भृकुटी तन गई।

सांसद ने जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप से नाराजगी जताते हुए पार्टी का अनुशासन कायम रखने की नसीहत दे डाली। आगबबूला सांसद मंच से उतरकर चलते बने। उनके साथ मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी भी चले गए। थोड़ी देर बाद मनकापुर विधायक रमापति शास्त्री भी आवश्यक काम बताकर सभा से चले गए। इसके बाद सदर विधायक प्रतीक भूषण सिंह, गौरा विधायक प्रभात वर्मा व भाजपा संगठन के जिम्मेदारों ने सभा की खानापूर्ति की। हालांकि, उसके बाद संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी मध्यस्थता कराने में जुट गए।

मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी का कहना है कि छपिया ब्लाॅक प्रमुख अनिल पासवान को मंच संचालन का जिम्मा देना उचित नहीं था। मुजेहना ब्लाॅक प्रमुखी के चुनाव में अनिल पासवान पार्टी की ओर से घोषित प्रत्याशी के विरोध में खड़े थे। विधानसभा व अन्य चुनावों में उन पर पार्टी नीतियों से अलग हटकर काम करने का आरोप लगा है।

सांसद प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र का कहना है कि सांसद ने स्पष्ट कहा है कि उनके लिए पार्टी सर्वोपरि है। पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल व्यक्ति को मंच संचालन का जिम्मा देना बेहद अनुशासनहीनता का प्रतीक है। इसकी शिकायत आलाकमान से की जाएगी।

भाजपा जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप का कहना है कि कार्यक्रम में मंच संचालन की जिम्मेदारी पार्टी की ओर से नहीं बल्कि प्रत्याशी की ओर से निर्धारित की गई थी। पार्टी और सांसद में कोई मतभेद नहीं है। भाजपा के सभी जनप्रतिनिधि व कार्यकर्ता कंधे से कंधा मिलाकर दसों सीटों पर जीत दर्ज करेंगे।