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वो तो बस रोए जा रहा था…..बार-बार, लगातार…….!!
लक्ष्मी कान्त पाण्डेय ============= “जल्दी करो,जल्दी करो, देर हो रही है…कितनी देर लगाती हो एक टिफ़िन देने में”…..प्रफुल्ल बाबू ने झल्लाते हुए अपनी पत्नी मीतू से कहा । “आ गई, आ गई….अब आसमान सिर पर मत उठाईये…लीजिए अपना टिफ़िन, ख़ुद सुबह उठने में देर करते हैं औऱ सारा दोष मेरे मत्थे मड़ देते हैं….इसे कहते […]
उम्मीद का मौसम,,,,,,शायर – राम चरण राग
चित्र गुप्त ============== उस समय मैं गुवाहाटी में था जब रामचरण राग जी का फोन आया था कि अपना पता भेजिए एक किताब भेजना है। पता मैने भेज दिया था और पुस्तक प्राप्ति की प्रतीक्षा में था। कुछ समय बाद राग जी का फोन दोबारा आया कि आपने जो पता भेजा था वह डिलीट हो […]
वो शायद भगवान भी नहीं कर सकते, मां वो जो मन पढ़ ले…..By-Santosh Kumar Pant
Santosh Kumar Pant ============= · मां और शहर ———-:————– ईजा (मां).. ईजा (मां)….मि ऐ गईं (मैं आ गया हूं)..यह कहते हुए मैं अभी अभी ‘शहर’ से लौटा था, और मां से पूरे 1 साल के बाद मिला था,मां से लिपटा…लगा जैसे समंदर ने हज़ार नदियों को अपने अंदर समेट लिया हो।हजारों बरस तक अलग न […]