Ranvijay Singh
@ranvijaylive
यूपी पुलिस के सिपाहियों को एक पार्टी में जाना था.
दिक्कत थी कि ड्यूटी चल रही थी और इस बीच वो पार्टी में नहीं जा सकते थे.
फिर उन्हें सॉलिड आइडिया आया.
चारों सिपाही पुलिस की गाड़ी बैठे और वहां पहुंचे जहां पार्टी चल रही थी.
इसके बाद जो हुआ वो इतिहास में दर्ज होगा. पुलिस वालों ने एक राह चलते आदमी का फोन मांगा, ये कहते हुए कि उनके फोन में नेटवर्क नहीं है.
फिर उसी फोन से पुलिस कंट्रोल रूम कॉल किया और कहा- यहां बवाल हो गया है, पुलिस भेज दीजिए.
कंट्रोल रूम ने देखा कि चारों सिपाही और पुलिस की गाड़ी वहीं पास में है, उन्हें मौके पर पहुंचने को कहा गया.
इस तरह से पुलिस वाले पार्टी में पहुंच गए. पार्टी की और कंट्रोल रूम को बता दिया- छोटा बवाल था, समझाकर निपटा दिया है.
पोल तब खुली जब कंट्रोल रूम ने फीडबैक के लिए उस नंबर पर कॉल किया, जिससे शिकायत आई थी.
उस आदमी ने बताया कि उसने कोई कॉल नहीं की. रास्ते में कुछ पुलिस वाले मिले, उन्होंने एक कॉल करने के लिए फोन मांगा था.
अब पुलिस वाले सस्पेंड हो गए हैं, FIR भी हुई है.
Ajit Rai
@VishwasAjitRai
ये रही वीडियो…गनीमत है पार्टी के लिए बस फर्जी कॉल ही किया, फर्जी मामला नहीं बनाया !
https://x.com/i/status/1852953606741164185
डिस्क्लेमर : ट्वीट में लेखक के निजी विचार/जानकारियां हैं, तीसरी जंग का कोई सरोकार नहीं है