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ग़ज़्ज़ा युद्ध को लेकर नेतन्याहू डरे हुए हैं, नेतन्याहू ने जंग में हार मान ली है : रिपोर्ट

इस्राईल की सत्तारूढ़ लिकुड पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि ज़ायोनी प्रधानमंत्री नेतन्याहू को अपने साथी पार्टी के सदस्यों द्वारा राजनीतिक तख़्तापलट का डर सताने लगा है।

ज़ायोनी समाचार पत्र येदियोत अहरोनोत की रिपोर्ट के मुताबिक़, लिकुड पार्टी के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा है कि हाल के दिनों में बिन्यामिन नेतन्याहू के राजनीतिक भविष्य और उनकी बर्ख़ास्तगी को लेकर पार्टी के भीतर गुप्त विचार-विमर्श हुआ है। यह देखते हुए कि नेतन्याहू को उन्हीं की पार्टी में उनके ख़िलाफ़ राजनीतिक तख़्तापलट का डर सताने लगा है।

लिकुड पार्टी के एक सदस्य ने कहा कि पार्टी के सदस्यों ने नेतन्याहू के ख़िलाफ़ अविश्वास मत की संभावना पर विचार किया है और कई लोगों के नाम भी सामने आए हैं। उन्होंने उन लोगों में से एक का नाम कनेसेट की विदेशी संबंध समिति के अध्यक्ष यूली एडेलस्टीन के रूप में लिया, और कहा कि यह संभावना है कि वह अस्थायी रूप से नेतन्याहू की जगह लेंगे और प्रधानमंत्री बनेंगे जब तक कि पार्टी के नए नेता का चुनाव करने के लिए आंतरिक पार्टी का चुनाव नहीं होता।

ग़ज़्ज़ा युद्ध में इस्राईल का नया पैंतरा, क्या नेतन्याहू ने हार मान ली है?

अवैध आतंकी इस्राईली शासन फ़र्ज़ी ख़बरों और झूठे प्रचार के ज़रिए लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। ज़मीन पर प्रतिरोध के जियालों का मुक़ाबला न पाने वाली ज़ायोनी सेना ने अब एक नया पैंतरा चलने की कोशिश की है।

समाचार एजेंसी इर्ना के निदेशक अली नादेरी का कहना है कि ज़ायोनी सरकार ने झूठी ख़बरें और झूठा प्रचार फैलाकर ग़ज़्ज़ा की सही स्थिति के बारे में लोगों को गुमराह करने की कोशिश शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि इस्राईल विश्व जनमत को अपने झूठे प्रचार में व्यस्त रखने का प्रयास कर रहा है। अली नादेरी ने ओआईसी की जेद्दा बैठक में अपने संबोधन में कहा कि मीडिया क्षेत्र में दुश्मनों का झूठा प्रचार एक जटिल समस्या है। उन्होंने कहा कि ग़ज़्ज़ा युद्ध के दौरान सबसे महत्वपूर्ण समाचारों में से एक ग़ज़्ज़ा में सुरंगों के अस्तित्व और अस्पताल के तहखानों में हमास कमांडरों की मौजूदगी के बारे में ग़लत प्रचार था, जिसे सीएनएन ने ख़ुद झूठा होने की पुष्टि की है।

बता दें कि झूठे प्रचार के ख़िलाफ़ अभियान के तहत ओआईसी सदस्य देशों की समाचार एजेंसियों की एक अहम बैठक जेद्दा में आयोजित हुई है। ओआईसी सदस्य देशों की समाचार एजेंसियों के संघ यूएनए द्वारा आयोजित इस बैठक में इस्लामिक स्कॉलर्स यूनियन के प्रमुख डॉक्टर मुहम्मद इब्ने अब्दुल करीम अल-ईसा, इस्लामिक सहयोग संगठन के महासचिव हुसैन इब्राहीम ताहा और इस्लामिक देशों की प्रमुख समाचार एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा, फ़िलिस्तीनी आधिकारिक जन मीडिया के प्रभारी मंत्री अहमद एसाफ़, प्रमुख विद्वानों, विचारकों, क़ानूनी और मानवाधिकार विशेषज्ञों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इस बैठक में यह बात स्पष्ट रूप से सामने आई है कि अवैध इस्राईली शासन लगातार झूठ का प्रचार करके अपने अपाराधों और नाकामियों पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहा है।