यमनी राष्ट्र की अंतरिम सरकार के उप विदेश मंत्री हुसैन अलइज़्ज़ी ने सोशल मीडिया प्लेट फ़ॉर्म पर एक संदेश प्रकाशित करके कहा है कि निश्चित रूप से, सनआ शिपिंग की सुरक्षा में सबसे अधिक रुचि रखता है और दुनिया के हितों का सबसे अधिक सम्मान करता है और यह केवल दावा नहीं है बल्कि अतीत में हमने सिद्ध किया है। उन्होंने अपने संदेश में कहा है कि, हम आपको एक बार फिर याद दिलाते हैं कि लाल सागर अवैध आतंकी इस्राईली शासन को छोड़कर सभी जहाज़ों के लिए सुरक्षित रहेगा, जब तक कि वह उत्पीड़ित ग़ज़्ज़ा में बच्चों और असहाय नागरिकों के ख़िलाफ़ अपनी आक्रामकता समाप्त नहीं कर देता। बता दें कि अदन में सशस्त्र बलों द्वारा एक इस्राईली जहाज़ पर नियंत्रण के बाद यमन की अंतरिम सरकार के किसी भी अधिकारी की ओर से यह पहली प्रतिक्रिया है। अवैध अधिकृत फ़िलिस्तीनी इलाक़ों पर मिसाइल और ड्रोन हमलों के अलावा, यमनी सेना ने ज़ायोनी दुश्मन से निपटने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है।
यमनी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ने घोषणा की है कि धार्मिक, राष्ट्रीय और नैतिक ज़िम्मेदारी के अनुसार और ग़ज़्ज़ा पट्टी पर ज़ायोनी शासन द्वारा अमेरिका के समर्थन से किए जाने वाले पाश्विक हमलों और फ़िलिस्तीनी लोगों के नरसंहार को ध्यान में रखते हुए न केवल यमनी राष्ट्र की मांगों को पूरा करने के उद्देश्य से बल्कि दुनिया के सभी स्वतंत्र राष्ट्रों की इच्छा अनुसार, कोई भी जहाज़ जो निम्नलिखित विशेषताओं वाला होगा हम उसको निशाना बनाएंगे।
यमनी सेना ने दुनिया के सभी देशों से इन जहाज़ों पर चालक दल के रूप में काम करने वाले अपने नागरिकों को हटाने, इन जहाज़ो के साथ किसी भी तरह के व्यापार करने से परहेज़ करने और अपने जहाज़ों को इस्राईली जहाज़ों से दूर रहने के लिए सूचित करने के लिए भी कहा है। इन दिनों जब ग़ज़्ज़ा में युद्धविराम चल रहा है तो लाल सागर ज़ायोनी शासन के ख़िलाफ़ प्रतिरोध समूहों का मुख्य मोर्चा बन गया है और ग़ज़्ज़ा के लोगों के समर्थन में यमन के अंसारुल्लाह की ताज़ा कार्यवाही में उन्होंने इस्राईल से संबंधित तीसरे जहाज़ को भी ज़ब्त कर लिया है। पिछले हफ़्ते दो इस्राईली वाणिज्यिक जहाज़ों को ज़ब्त करने के बाद, यमनियों ने रविवार को तीसरे इस्राईली जहाज़ को भी ज़ब्त कर लिया। यमन के तट पर तीसरे इस्राईली जहाज़ को ज़ब्त करने की ख़बर सामने आने के बाद अवैध आतंकी ज़ायोनी शासन को एक बड़ा झटका लगा है और प्रतिरोध के ख़िलाफ़ हालिया हार की कड़वाहट बढ़ गई, क्योंकि इस्राईली जहाज़ों को ज़ब्त करने का संकट व्यावहारिक रूप से ज़ायोनी शासन की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर देगा। लाल सागर में इस्राईली शासन के वाणिज्यिक और ग़ैर-व्यावसायिक जहाज़ों की आवाजाही रुकने से ज़ायोनी शासन की अर्थव्यवस्था पहले से अधिक संकट में पड़ गई है।