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ग़ज़्ज़ा में युद्ध रुकने से पहले बंदियों का कोई तबादला नहीं होगा : फिलिस्तीन के प्रतिरोधी गुट!

फिलिस्तीन के प्रतिरोधी गुटों का कहना है कि ग़ज़्ज़ा पर पूरी तरह से हमले रुके बिना कोई वार्ता नहीं होगी।

फ़िलिस्तीनी के इस्लामी प्रतिरोध गुटों हमास और जेहादे इस्लामी ने अस्थाई युद्धविराम को रद्द कर दिया है।

इन प्रतिरोधी गुटों का कहना है कि ग़ज़्ज़ा में पूरी तरह से हमले रुकने और ज़ायोनी सैनिकों के वापस चले जाने से पहले किसी भी बंधक का आदान-प्रदान नहीं किया जाएगा।

जेहादे इस्लामी के महासचिव मुहम्मद अलहिंदी ने कहा कि उसका दृष्टिको, हमास के दृष्टिकोण की ही भांति है। हम पूरी तरह से युद्ध बंदी और ज़ायोनी सैनिकों की ग़ज़्ज़ा से वापसी के बाद ही बंदियों के आदान-प्रदान पर चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि एसा अस्थाई युद्ध विराम हम नहीं चाहते जिसके बाद ज़ायोनी शासन को ग़ज़्ज़ा पर हमले करने की खुली छूट हो।

अलहिंदी का कहना था कि अस्थाई युद्ध विराम के बाद ज़ायोनियों ने अस्पतालों और शरणार्थी शिविरों पर हमले करके जातीय सफाए के अलावा दूसरा कौन सा काम किया? हमास और इस्राईल के बीच एक अस्थाई युद्धविराम हुआ था जिसके समाप्त होते ही इस्राईल ने ग़ज़्ज़ा पर फिर से बमबारी और हमले आरंभ कर दिये थे।

याद रहे कि ग़ज़्ज़ा पर ज़ायोनियों के आक्रमण के आरंभ से अबतक 20 हज़ार से अधिक फ़िलिस्तीनी शहीद हो चुके हैं। इन शहीद फ़िलिस्तीनियों में बच्चों की संख्या बहुत अधिक है जिसके बाद फ़िर महिलाओं की संख्या आती है।