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ग़ज़ा में और बदतर हुए हालात, अमेरिका-ब्रिटेन ने लेबनान से अपने नागरिकों को तुरंत निकलने को कहा, जंग के 13वें दिन की हर ख़बर, सिर्फ़ एक क्लिक पर!

लेबनान की राजधानी बेरुत में अमेरिका और ब्रिटिश दूतावासों ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ देने की एडवाइज़री जारी की है.

साथ ही अमेरिका ने ‘हमले की आशंका के मद्देनज़र पूरी दुनिया में अपने नागरिकों को सिक्योरिटी अलर्ट जारी किया है.’

राहत सामग्रीः ग़ज़ा में बेसब्री से इंतज़ार किए जा रहे राहत सामग्री से भरे ट्रक मिस्र में रफ़ाह बॉर्डर के पास कतार लगाए खड़े हैं, लेकिन अभी भी ये स्पष्ट नहीं है कि बॉर्डर कब खुलेगा.

अमेरिकी मध्यस्थता के बाद इसराइल ने 20 लॉरियों के जाने की इजाज़त दी है लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इन्हें बहुत मामूली और नाकाफी बताया है.

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि रोज़ाना कम से कम 100 लॉरियों की राहत सामग्री की ज़रूरत है.

मिस्र से लगे रफ़ाह बॉर्डर पर राहत सामग्री लिए ट्रकों की क़तारें.Image caption: मिस्र से लगे रफ़ाह बॉर्डर पर राहत सामग्री लिए ट्रकों की क़तारें.
ग़ज़ा के हालातः ग़ज़ामें इसराइल की ओर से हवाई बमबारी जारी है और ज़रूरी चीजों की आपूर्ति बहुत कम हो गई है.

लोगों ने बीबीसी को बताया कि ग़ज़ा में न पानी है न बिजली और वे डब्बा बंद खाने पर निर्भर हैं.

ग़ज़ा पर इसराइल की हवाई बमबारी में हमास के सुरक्षा बल के प्रमुख की मौत हो गई है. इसके अलावा हमास के सह संस्थापक अब्देल अज़ीज़ अल रांतिसी की विधवा भी हवाई हमले में मारी गईं.

ब्रिटेन के पीएम सुनक पहुंचे सऊदी अरबः इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू से मिलने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक सउदी अरब में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से मिलने पहुंचे हैं.

इसराइली नाकाबंदी और हवाई बमबारी से ग़ज़ा में मानवीय संकट गहरा गया है.Image caption: इसराइली नाकाबंदी और हवाई बमबारी से ग़ज़ा में मानवीय संकट गहरा गया है.
हमास के कब्ज़े में बंधकः इसराइली सेना ने गुरुवार को बताया कि सात अक्तूबर के हमास के हमले के बाद गुरुवार को 80 साल की एक बुज़ुर्ग महिला और उनकी 12 साल की पोती के शव मिले हैं. इसके साथ ही सेना ने हमास के कब्ज़े में बंधकों की संख्या को अपडेट किया है और ताज़ा संख्या 203 बताया है.

लेबनान और इसराइल के बीच मिसाइल दागे गए.Image caption: लेबनान और इसराइल के बीच मिसाइल दागे गए.
वेस्ट बैंक में हवाई बमबारीः फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसराइली क़ब़्ज़े वाले नूर शम्स में इसराइली सेना के साथ झड़प में छह लोग मारे गए हैं. इसराइली सेना ने कहा है कि उसने ‘आतंकवादी दस्ते’ को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं.

अमेरिका,ब्रिटेन ने लेबनान से अपने नागरिकों को तुरंत निकलने को कहा

लेबनान की राजधानी बेरूत में अमेरिका और ब्रिटिश दूतावासों ने अपने नागरिकों को जल्द से जल्द देश छोड़ देने की एडवाइज़री जारी की है.

साथ ही अमेरिका ने ‘हमले की आशंका के मद्देनज़र पूरी दुनिया में अपने नागरिकों को सिक्युरिटी अलर्ट जारी किया है.’

हमास के साथ इसराइल के युद्ध पर इसराइल और हिज़बुल्लाह के बीच बढ़ते तनाव पर अमेरिकी और ब्रिटिश नागरिकों को ‘उड़ानें उपलब्ध रहने तक लेबनान छोड़’ देने को कहा गया है.

 

Quds News Network
@QudsNen
Two months ago, the Baba family in #Gaza had quadruplets after waiting 15 years without children. However, the Israeli occupation has decided that the family’s joy would not be complete, bombing their home upon their heads.

The four quadruplets, Khaled, Abdul Khaleq, Mahmoud, and Maha were killed, along with their mother Wafaa Al-Swerki.

 

 

दोनों देशों ने अपने नागरिकों को लेबनान की यात्रा न करने की पहले चेतावनी जारी कर दी है.

अमेरिकी एम्बेसी ने एक बयान में कहा, “हमने सुझाव दिया है कि लेबनान में मौजूद अमेरिकी नागरिक देश छोड़ने के लिए इंतज़ाम कर लें. अभी उड़ानें उपलब्ध हैं.”

इसी तरह की चेतावनी ब्रिटिश एम्बेसी ने जारी की है, “अगर आप लेबनान में है, हमारा सुझाव है कि जबतक व्यासायिक उड़ानें उपलब्ध हैं, आप तत्काल देश छोड़ दें.”

बयान में कहा गया है कि ब्रिटिश नागरिकों को सावधानी बरतनी चाहिए और उन जगहों पर नहीं जाना चाहिए जहां प्रदर्शन हो रहे हों.

हिज़बुल्लाह और फ़लस्तीनी धड़े और इसराइल के बीच बॉर्डर के पार रोज़ फ़ायरिंग की घटनाएं हो रही हैं.

बेरुत में पिछले कई दिनों से इसराइल के ख़िलाफ़ बड़े-बड़े प्रदर्शन हो रहे हैं.

सात अक्तूबर को हमास के इसराइल पर हमले में 1,400 लोग मारे गए.

इसके बाद इसराइल की ओर से ग़ज़ा पर किए जा रहे अंधाधुंध बमबारी में अबतक 3,500 लोग मारे गए हैं जिनमें अधिकांश नागरिक हैं.

इसराइली सेना के साथ वेस्ट बैंक में झड़प से छह लोगों की मौत: फ़लस्तीनी प्रशासन

फ़लस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसराइली कब्ज़े वाले वेस्ट बैंक में इसराइल के सैनिकों के साथ झड़प में छह लोगों की मौत हो गई है.

समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया है कि इसराइली बल तुलकर्म शहर के नूर शम्स शरणार्थी कैंप में घुसे और अभी भी फ़लस्तीनी बंदूकधारियों और इसराइली बलों के बीच संघर्ष जारी है.

इससे पहले इसराइली सेना ने कहा था कि उन्होंने रातभर वेस्ट बैंक में चली छापेमारी में ’63 हमास टेरर ऑपरेटिवों’ सहित कुल 80 संदिग्धों को गिरफ़्तार किया है.

इसराइली सेना ने कहा कि पांच संदिग्ध नूर शम्स से गिरफ़्तार किए गए हैं और सुरक्षा बल “आतंकी गतिविधि को नाकाम करने के लिए कैम्प में तैनात है.”

इसराइली कब्ज़े वाला वेस्ट बैंक ग़ज़ा पट्टी से अलग है. इसका कुछ हिस्सा फ़लस्तीनी क्षेत्र के प्रशासन के पास है, जबकि ग़ज़ा पर हमास का शासन है.

बुधवार रात तक के संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार, सात अक्टूबर के बाद से पूर्वी यरुशलम सहित वेस्ट बैंक में कम से कम 61 फ़लस्तीनियों की मौत हुई है और 1200 से अधिक लोग घायल हुए हैं.

ग़ज़ा के लोगों के मदद के लिए 20 नहीं एक दिन में चाहिए 100 ट्रक: यूएन

मानवीय सहायता देने वाली एजेंसियों का कहना है कि ग़ज़ा में राहत सामग्री पहुंचाने के लिए 20 लॉरियों से कहीं अधिक की ज़रूरत है.

दरअसल, बुधवार को अमेरिका और मिस्र के बीच सहमति बनने के बाद इसराइल ने रफ़ाह बॉर्डर के रास्ते ग़ज़ा में राहत सामग्रियों से भरी 20 लॉरी को जाने देने पर हामी भर दी थी.

संयुक्त राष्ट्र के मानवीय सहायता प्रमुख मार्टिन ग्रिफ़िथ्स का कहना है कि ग़ज़ा के लोगों की मदद के लिए हर दिन कम से कम 100 लॉरी की ज़रूरत होगी.

अमेरिका ने कहा है कि राहत सामग्री से भरी 20 लॉरी कल तक मिस्र से ग़ज़ा में प्रवेश करने को तैयार हैं और सड़क की मरम्मत के बाद ये ग़ज़ा पहुंचेंगी.

उधर, काहिरा में वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम से जु़ड़ीं अबीर एतेफ़ा के अनुसार, ‘करीब 20 लाख की आबादी को मदद की बहुत अधिक ज़रूरत है और ग़ज़ा में हालात बहुत ख़राब हैं.’

वर्ल्ड फ़ूड प्रोग्राम से जुड़ी 23 बेकरी हैं जिनमें केवल चार ही चालू हैं, जबकि बाकी या तो क्षतिग्रस्त हैं या ईंधन और कच्चा माल ख़त्म हो चुका है.

फ़लस्तीनियों की मदद के लिए लगातार कूटनीतिक स्तर पर प्रयास जारी हैं.

इसी कड़ी में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फ़तह अल-सिसी आज जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह की मेज़बानी करेंगे.

मिस्र और जॉर्डन दोनों कई सालों से इसराइल के साथ शांतिपूर्ण रिश्ते निभा रहे हैं. पिछले संघर्षों में भी इन दोनों देशों ने मध्यस्थता के लिए अहम भूमिका निभाई थी.


इसराइल पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने बिन्यामिन नेतन्याहू से क्या कहा

दो दिन के दौरे पर इसराइल पहुंचे ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने इसराइली पीएम बिन्यामिन नेतन्याहू से कहा, “हमास को सज़ा देने के आपके अधिकार का हम समर्थन करते हैं.”

प्रधानमंत्री ने कहा कि “अंतरराष्ट्रीय क़ानूनों का पालन करते हुए खुद की रक्षा करने के इसराइल के अधिकार और हमास की पीछा करने के इसके अधिकार का ब्रिटेन समर्थन करेगा.”

सुनक ने कहा कि “वो जानते हैं कि हमास से उलट, इसराइल नागरिकों को नुकसान न पहुंचाने की हर संभव कोशिश कर रहा है.”

उन्होंने कहा कि “फ़लस्तीनी लोग भी हमास से पीड़ित हैं और ब्रिटेन इस इलाक़े में मदद को और बढ़ाएगा और कोशिश करेगा कि जल्द से जल्द लोगों तक पहुंचे.”

ग़ज़ा में मदद के बारे में

 

ब्रिटेन के अधिकारियों ने कहा कि इसराइली राष्ट्रपति इसाक हरज़ोग से मुलाक़ात के दौरान पीएम ऋषि सुनक ने ग़ज़ा में मदद पहुंचाने को लेकर अपनी बात रखी है.

उन्होंने उम्मीद जताई है कि ग़ज़ा में ‘मदद की प्रक्रिया’ में तेज़ी आएगी.

प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा है कि बुधवार को इसराइल ने मिस्र से दक्षिणी ग़ज़ा में मदद को न रोकने की घोषणा की थी, इसका पीएम सुनक ने स्वागत किया है.

इसराइल ने कहा है कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले में बंधक बनाए गए लोगों को जबतक छोड़ा नहीं जाता वो अपनी ज़मीन से कोई भी मदद जाने नहीं देगा.

प्रवक्ता के अनुसार, सुनक और राष्ट्रपति हरज़ोग ने ग़ज़ा में फ़लस्तीनी लोगों को “आपात मानवीय सहायता” पहुंचाए जाने की “अहमियत पर सहमति” जताई है.