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ग़ज़ा में अमरीकी सैनिक लड़ रहे हैं?

ग़ज़ा में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से एक रिपोर्ट आई है जो बहुत चौंकाने वाली है भी है और साथ ही तस्नीम न्यूज़ जैसे कुछ मीडिया हल्क़ों की अटकलों की पुष्टि करने वाली है कि ग़ज़ा में इस्राईली सैनिकों के साथ अमरीकी सैनिक भी फ़िलिस्तीनीनियों पर हमले कर रहे हैं।

रायुल यौम अख़बार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि उन्होंने देखा कि ग़ज़ा में अमरीकी सैनिक मौजूद हैं जो इस्राईली सैनिकों के साथ मिलकर जंग कर रहे हैं। अमरीका ने तो इस बात का खंडन किया है कि ग़ज़ा में उसके सैनिक लड़ रहे हैं लेकिन कई रिपोर्टें अरब मीडिया में आ चुकी हैं जिनमें यह कहा गया है कि अमरीकी स्पेशल फ़ोर्स फ़िलिस्तीनी संगठनों के ख़िलाफ़ जंग में शामिल है।

अलजज़ीरा टीवी चैनल से बात करते हुए एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसके इलाक़े में अमरीकी सैनिक तैनात हैं और उसने अपने घर की घेराबंदी करने वाले इन सैनिकों की वर्दी पर अमरीकी ध्वंज का स्टीकर लगा हुआ देखा।

न्यूयार्क टाइम्ज़ ने मध्य अक्तूबर में पेंटागोन के हवाले से एक रिपोर्ट में लिखा था कि अमरीका ने अपनी स्पेशल फ़ोर्स की एक टुकड़ी इस्राईल भेजी है जो फ़िलिस्तीनी संगठनों द्वारा क़ैद किए गए इस्राईलियों को तलाश करने में मदद करेगी।

अमरीकी अधिकारी भी कह चुके हैं कि वे इस्राईल की मदद के लिए 2 हज़ार सैनिक तैनात करने का इरादा रखते हैं।

पेंटागोन ने अलअक़सा तूफ़ान आप्रेशन के बाद कहा था कि अमरीका की डेल्टा फ़ोर्स की एक टीम मक़बूज़ा फ़िलिस्तीन भेजी गई है जो ख़ास प्रकार के आप्रेशन करेगी।

अमरीकी रक्षा मंत्री लुइड आस्टिन ने कहा कि अमरीका के कुछ लोग ज़मीन पर हैं जो इस्राईली प्रशासन की इंटेलीजेंस और प्लानिंग के कामों में मदद करेंगे जबकि ज़रूरत पड़ने पर अमरीका अतिरिक्त सैनिक भी तैनात करेगा।

वहीं इसके बिल्कुल उलट अमरीकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि अमरीका के पास इस्राईल या ग़ज़ा पट्टी में सैनिक भेजने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि अमरीका केवल सलाहकार, उपकरण और कूटनैतिक समर्थन जैसे मामलों में इस्राईल की मदद कर रहा है।

अमरीका के सामरिक मामलों के मैगज़ीन मिलिट्री वाच ने बताया कि ग़ज़ा में ज़मीनी आप्रेशन में हिस्सा लेने वाले अमरीकी सैनिकों में कुछ मारे गए हैं और उनके शव टुकड़ों में बिखर गए हैं।

रिटायर्ड सैनिक अफ़सर डगलस मैकग्रीगो के हवाले से मैगज़ीन ने लिखा कि अमरीकी और इस्राईली सैनिक मिलकर उन क़ैदियों को छुड़ाने के लिए आप्रेशन कर रहे थे जिन्हें हमास और अन्य फ़िलिस्तीनी संगठनों ने पकड़ रखा है मगर इसी बीच उन पर हमला हो गया और उन्हें भारी नुक़सान उठाना पड़ा।

यह साफ़ है कि अमरीकी सैनिकों का इस्राईल और ग़ज़ा में तैनात होना दरअस्ल इस्राईली सेना के भयानक पतन का सुबूत है। हमास के आप्रेशन ने दरअस्ल इस्राईली सेना को बुरी तरह ख़ौफ़ज़दा कर दिया है। अमरीका ने किन लक्ष्यों के तहत अपनी सेना भेजी है इस बारे में आने वाले दिनों में और भी तथ्य सामने आएंगे।