अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बाराक ओबामा ने ज़ायोनी शासन को चेतावनी दी है कि तेल अबीब सरकार ने हमास के ख़िलाफ़ युद्ध में जो नीतियां अपनाई हैं उनमें कुछ के बिल्कुल उल्टे परिणाम निकल सकते हैं और ज़ायोनी शासन को दुनिया में मिलने वाला समर्थन पूरी तरह समाप्त हो सकता है।
ओबामा ने सोमवार को कहा कि ग़ज़ा पट्टी के लिए पानी, ईंधन और खाने पीने की चीज़ों की सप्लाई रोकने के नतीजे में फ़िलिस्तीनियों का स्टैंड कई नस्लों तक बहुत कठोर हो हो जाएगा और इस्राईल को विश्व समुदाय से मिलने वाला समर्थन कमज़ोर पड़ जाएगा।
ओबामा ने ज़ायोनी सरकार की विदेश नीति और युद्ध स्ट्रैटेजी में भारी ग़लतियों की आलोचना करते हुए कहा कि इस्राईल की सैनिक रणनीति मानवीय जानों के नुक़सान को पूरी तरह नज़रअंदाज़ कर रही है और इसके बहुत बुरे परिणाम निकल सकते हैं।
उन्होंने कहा कि इस्राईल ने ग़ज़ा पट्टी की पानी, बिजली और खाने पीने की चीज़ों की सप्लाई रोकी है जिससे ग़ज़ा पट्टी में मानव त्रास्दी तो उत्पन्न होगी ही साथ ही कई नस्लों तक फ़िलिस्तीनियों का स्टैंड इस्राईल के बारे में बेहद कठोर हो जाएगा।
ओबामा का कहना था कि सामरिक रणनीति में ज़ायोनी शासन को अंतर्राष्ट्रीय क़ानूनों का पालन करना चाहिए जिनमें आम नागरिकों की हत्या और उन्हें परेशानी में डालने से परहेज़ पर ज़ोर दिया गया है।
ओबामा ने कहा कि ज़ायोनी शासन की बमबारी में हज़ारों फ़िलिस्तीनी मारे गए हैं इनमें बहुत सरे बच्चे हैं जबकि ग़ज़ा के लाखों लोग विस्थापित हो गए हैं।
ओबामा ने हमास के हमले की निंदा की और कहा कि इस्राईल को आत्म रक्षा का अधिकार है लेकिन इस बीच जंग से आम नागरिकों को पहुंचने वाले नुक़सान पर ध्यान देना ज़रूरी है।