उत्तर प्रदेश राज्य

गणतंत्र दिवस पर मथुरा में बवाल, दो पक्षों में भीषण पथराव हुआ!

संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा। मथुरा में गणतंत्र दिवस के मौके पर फरह थाना क्षेत्र के परखम गांव में दो पक्षों में भीषण पथराव हुआ। इस दौरान गांव में दहशत फैल गई। माना जा रहा है कि यदि पुलिस समय से पहुंच जाती, तो बात इतनी आगे नहीं बढ़ती। फिलहाल गांव में फोर्स तैनात कर दी गई है। पांच लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। अन्य को चिन्हित किया जा रहा है।

ये थी विवाद की मुख्य वजह
परखम सुबह 10 बजे भारतीय स्टेट बैंक के सामने कुछ लोग डीजे बजा रहे थे। इसी दौरान वहां बनवारी ठाकुर पहुंच गये। उसने देश भक्ति के गाने बजाने को कहा। इसी बात पर वहां मौजूद रवि और बनवारी ठाकुर के बीच विवाद हो गया। बनवारी को रवि पक्ष के लोगों ने पीट दिया। वह दौड़ता हुआ अपने पक्ष के लोगों के पास पहुंचा। मारपीट की घटना के बारे में बताया। इसके बाद बनवारी पक्ष के लोग जुटे और रवि को पीट दिया। देखते ही देखते दोनों पक्षों के समर्थक आमने-सामने आ गए। दोनों ओर से पथराव होने लगा। थाना पुलिस को सूचना दी गई। थाने से पहुंची पुलिस ने मौके पर स्थिति पर काबू पाने का प्रयास किया। मगर, भारी पथराव को देखते हुए अन्य थानों से पुलिस फोर्स मंगाया गया, तब मामला शांत हो सका।

समय से चली जाती पुलिस तो न होता बखेड़ा
परखम गांव में शांति बहाली के पहुंचे सीओ मांट, सीओ महावन व अन्य पुलिस अधिकारियों ने गांव में पूछताछ की। इसमें ग्राम प्रधान नगेंद्र के बेटे अभिषेक ने आरोप लगाया कि एक पक्ष के लोग मारपीट होने के तत्काल बाद परखम चौकी पर गए थे। वहां पुलिस को घटना की जानकारी दी। मगर, चौकी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने फोर्स न होने का हवाला देकर कहा कि फोर्स आने पर गांव में आएंगे और कार्रवाई करेंगे। इस पर वे लोग गांव में वापस आ गए। उपद्रवी पक्षों के हौसले पुलिस के समय से न आने पर बढ़ गए और जमकर पथराव हुआ।

दोनों पक्षों के लोगों की बैठकों का दौर जारी
परखम गांव में बेशक दोपहर एक बजे तक शांति बहाल हो गई। मगर, दोनों पक्षों के लोगों की बैठक शुरू हो गई हैं। डीएम और एसएसपी ने एलआईयू की एक टीम को बैठकों में होने वाली बातचीत, रणनीति के विषय में जानकारी जुटाने को लगाया है, जिससे की आगे कोई बड़ी घटना न हो।

गांव में फोर्स तैनात
एसपी सिटी डॉ. अरविंद कुमार ने बताया कि गांव में फोर्स तैनात कर दिया है। कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। अन्य को चिन्हित किया जा रहा है। किसी भी पक्ष ने अभी तहरीर नहीं दी है। तहरीर न आने की स्थिति में पुलिस अपनी ओर से मुकदमा दर्ज करेगी।