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खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र में जन समस्याओं का अंबार, अब तो सुनो सरकार : कुशलगढ़ ज़िला बांसवाड़ा राजस्थान से धर्मेन्द्र सोनी की क़लम से

धर्मेन्द्र सोनी
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कुशलगढ़ जिला बांसवाड़ा राजस्थान रिपोर्टर धर्मेन्द्र सोनी की क़लम से,,

खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र में जन समस्याओं का अंबार, अब तो सुनो सरकार
वैसे तों राजस्थान का बांसवाड़ा जिला जनजाति बाहुल्य क्षेत्र है तथा पिछड़ा क्षेत्र भी है, वहीं इसी बांसवाड़ा जिले में कुशलगढ़ विधानसभा क्षेत्र में खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र भी सम्मिलित हे जो नाना कंमाड क्षेत्र की श्रेणी में आता है वहीं मध्यप्रदेश की सिमा से सटा हुआ है इस खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र में दरोबडीया, बड़ी सरवा,सरोना,पाटन,वरसाला,। महुडा, शोभावटी, चोखवाडा, घोटी सरवा, बस्सी, बावलियापाडा, रुपगढ, सातलिया, मोहकमपुरा गोपालपुरा, बिजोरी बावड़ी निनामा, कोटड़ा, खजुरा भंवरदा, सहित कुल दश ग्राम पंचायतें हैं, एक लाख की करीब आबादी हैं वहीं इन बिसो ग्राम पंचायतों में प्रायमरी स्कूल उच प्राथमिक विद्यालय माध्यमिक विद्यालय, उच्च माध्यमिक विद्यालय भी हे कुशलगढ़ की न्यूनतम दुरी 10 व अधिकत्म दुरी 30 किलोमिटर हे लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि इस खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र की भोली भाली जनता से राजनेतिक दलों ने लोक लुभावन वादे करके बारी बारी सत्ता के सिंहासन पर विराजमान होकर राज किया लेकिन इस नान कंमाड क्षेत्र में महा विद्यालय,का नहीं होना, अलग से पंचायत समिति का नहीं होना पुलिस चोकिया नहीं होना गांव गांव में श्मशान घाट नहीं होना सरकारी रोड़वेज का नहीं चलना खस्ताहाल सड़कों का सही नहीं होगा जैसी अनेकों जन समस्याओं के चलतें यंहा के लोगों में खासी नाराजगी है!आज हम आपको बता दें कि पुर्व में भाजपा सरकार थी तब भाजपा के विधायक व संसदीय सचिव भीमाभाई डामोर अपने पद पर आसीन रहें वहीं वर्तमान में कांग्रेस की सरकार है यहां श्री मती रमीला हुरतिंग खडीया विधायक हैं व उपाध्यक्ष भी हे इन्हें भी चार साल हों चुके हैं लेकिन खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र की छोटी सरवा में अभी तक पंचायत समिति बनानें पर सरकार ने मोहर नहीं लगाई, वहीं इस नान कंमाड क्षेत्र में एक कन्या महाविद्यालय व एक बोय महा विद्यालय की कमी आज भी लोगों को खल रही है, वहीं मध्यप्रदेश की सिमा से सटे बड़ी सरवा, मोहकमपुरा, कोटड़ा में पुलिस चोकी की सख़्त ज़रूरत है जिले से बड़ी सरवा तक राज्य परिवहन निगम की रोड़वेज भी बंद हे सड़कों की दशा भी खराब है, इतना ही नहीं खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र में अनेकों जन समस्याएं हैं पर जन प्रतिनिधि इस और ध्यान क्यों नहीं देते,हम एक राजनीतिक दल को दोस नहीं देते चुकी बारी बारी सबने वोट लेकर राज किया पर आजादी के बाद भी यहां जन समस्याओं के अंबार पर आगे रह कर किसी ने पेरवी नहीं की इतना सोतेला पन क्यु खेड़ा धरती की जनता से!जब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अब कांग्रेस पार्टी के मुखिया बनने जा रहे हैं उनका प्रमोशन होने वाला है तों जाते जाते खेड़ा धरती घाटा क्षेत्र की जनसमस्याओं की और ध्यान आकर्षित करे