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खट्टर सरकार के इस्तीफ़े के बाद नायब सिंह सैनी हरियाणा के नये मुख्यमंत्री बने : रिपोर्ट

नायब सिंह सैनी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. मंगलवार सुबह ही मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट समेत राज्यपाल को इस्तीफ़ा सौंप दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया.

शपथग्रहण के बाद नायब सैनी ने मनोहर लाल खट्टर के पैर छूकर आशीर्वाद लिया. उनके साथ ही पाँच नेताओं ने मंत्रीपद की शपथ ली.

नायब सैनी की कैबिनेट में किन-किन को शामिल किया गया?

कंवर पाल सिंह गुर्जर
मूलचंद शर्मा
रणजीत सिंह चौटाला
जयप्रकाश दलाल
डॉ. बनवारी लाल

हरियाणा में बीजेपी के पास 41 विधायक हैं और उसे 5 निर्दलीय विधायकों और हरियाणा लोकहित पार्टी के गोपाल कांडा का समर्थन हासिल है.

90 विधायकों वाली हरियाणा की विधानसभा में बहुमत के लिए 46 विधायकों के समर्थन की ज़रूरत है.

खट्टर सरकार के इस्तीफ़े के बाद हरियाणा बीजेपी ने जानकारी दी थी कि प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है और वह सीएम पद की शपथ लेंगे.

जेजेपी के पाँच विधायकों के बीजेपी के संपर्क में होने की ख़बरों पर पार्टी ने ये कहा

मनोहर लाल खट्टर दुष्यंत चौटाला (दाएं के साथ) – फाइल फोटोImage caption: मनोहर लाल खट्टर दुष्यंत चौटाला (दाएं के साथ) – फाइल फोटो
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार की सहयोगी रही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के विधायकों के बीजेपी शामिल होने की ख़बरों पर पार्टी ने प्रतिक्रिया दी है.

पार्टी के दुष्यंत चौटाला सरकार में उप मुख्यमंत्री थे. हालांकि, मंगलवार को मनोहर लाल खट्टर ने पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफ़ा दे दिया और अब नायब सैनी राज्य के नए सीएम होंगे.

इसके बाद ये ख़बरें आईं की जेजेपी के पाँच विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं.

जेजेपी के हरियाणा अध्यक्ष निशान सिंह से जब पत्रकारों ने इस बारे में पूछा तो उन्होंने कहा,”पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला की अध्यक्षता में आज मीटिंग पर सभी मुद्दों पर चर्चा होगी. कल डॉ. साहब (अजय चौटाला) के जन्मदिन पर हिसार में आयोजित नवसंकल्प रैली मीटिंग में लिए गए फैसलों की जानकारी दी जाएगी. पार्टी जो भी फैसला करेगी उसकी जानकारी कल दी जाएगी.”

कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है जेजेपी में टूट हो सकती है. उसके पांच विधायकों का कहीं भी पता नहीं चल पा रहा है. दिल्ली के एक फॉर्म हाउस में जेजेपी की बैठक में पांच विधायक नहीं आए थे. इसके बाद ही ये कयास लगाए जाने लगे थे कि ये विधायक पार्टी से अलग हो सकते हैं.

हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफ़ा दे दिया है. अब वहां बीजेपी अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. उन्हें शाम पांच बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी.

कांग्रेस नेता भूपिंदर सिंह हुड्डा ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की

कांग्रेस नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.

उन्होंने कहा है कि खट्टर सरकार राज्य में शासन करने का नैतिक आधार खो चुकी थी. हरियाणा में आज जो हालात हैं वो खट्टर सरकार और बीजेपी और जेजेपी गठबंधन की नाकामी की वजह से पैदा हुए हैं.

हुड्डा ने कहा कि बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन किसी नीति पर आधारित नहीं था. हुड्डा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन सरकार ने जो वादे किए थे, उनमें से कोई भी पूरा नहीं हुआ. चाहे किसानों से किए गए वादे हों या फिर पेंशन बढ़ाने का वादा किसी पर ये भी सरकार खरी नहीं उतरी.

हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफा दे दिया है. अब वहां प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया जा रहा है. आज शाम पाँच बजे सैनी शपथ लेंगे.

हरियाणा में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नायब सिंह सैनी ने नए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र से बीजेपी के सांसद भी हैं.

त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद बिप्लब देव ने नायब सिंह सैनी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर बधाई दी थी.

उन्होंने एक्स पर लिखा, “प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री नायब सिंह सैनी जी को विधायक दल का नेता चुने जाने पर उन्हें हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें.”

उन्होंने बताया, “मुझे विश्वास है कि माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर जी के नेतृत्व में शुरू हुए हरियाणा के विकास कार्यों को वो आगे बढ़ाते हुए राज्य को विकास के मामले में आगे लेकर जायेंगे.”

इससे पहले मंगलवार की सुबह हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफ़े की ख़बर आई थी. खट्टर साल 2014 में पहली बार हरियाणा के मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद से लगातार बीजेपी वहां सत्ता में है.


कौन हैं नायब सिंह सैनी?

अंबाला के मिज़ापुर माजरा गांव से आने वाले नायब सिंह सैनी ने यूपी की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से क़ानून की पढ़ाई की है.

नब्बे के दशक में अंबाला से ही अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत करने वाले सैनी को पिछले साल ही पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.

लेकिन उनकी शुरुआत अंबाला में बीजेपी के ज़िला युवा मोर्चा से हुई. सैनी ने इस संगठन में महासचिव और ज़िला अध्यक्ष जैसे पदों की कमान संभाली.

इसके बाद पार्टी ने उन्हें हरियाणा किसान मोर्चा के महासचिव पद की ज़िम्मेदारी भी दी.

साल 2009 में पहली बार उन्होंने नारायणगढ़ विधानसभा सीट पर अपनी दावेदारी की.

लेकिन इस चुनाव में उन्हें कांग्रेस के प्रत्याशी राम किशन का सामना करते हुए हार का सामना करना पड़ा.

इसके बाद साल 2012 में पार्टी ने उन्हें अंबाला में ज़िला अध्यक्ष बनाया.

साल 2014 में नायब सिंह सैनी ने एक बार फिर नारायणगढ़ सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा जिसमें उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह को मात दी.

बीजेपी ने भी इसी चुनाव में पहली बार हरियाणा में चुनाव जीतकर इतिहास रचा था.

इसके बाद बीजेपी ने मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद की कमान दी थी.

खट्टर के साथ राजनीतिक सफर

नायब सिंह सैनी को हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के क़रीबी नेताओं में शुमार किया जाता है.

खट्टर के मुख्यमंत्री बनने के साथ ही नायब सिंह सैनी को कैबिनेट में जगह दी गयी.

इसके बाद उन्हें खान एवं भू-विज्ञान और नवीकरणीय ऊर्जा विभाग की ज़िम्मेदारी दी गयी.

इसके बाद साल 2019 के चुनाव में बीजेपी ने नायब सिंह सैनी को कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट से उतारा जिसमें उन्होंने 3.84 लाख वोटों से जीत दर्ज की.